विदिशा (मध्य प्रदेश) की खबर 26 फ़रवरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 26 फ़रवरी 2022

विदिशा (मध्य प्रदेश) की खबर 26 फ़रवरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान का विदिशा प्रवास, विधायक सहित अन्य ने हैलिपेड पर किया स्वागत


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मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान आज शनिवार को विदिशा जिले के प्रवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री चौहान हैलिकॉप्टर से विदिशा के एसएटीआई हैलिपेड स्थल पर विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा आमजनों ने उनसे मुलाकात की एवं उनका स्वागत किया है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरणसिंह दांगी, शमशाबाद विधायक श्रीमती राजश्रीसिंह, बासौदा विधायक श्रीमती लीना जैन, जिला क्राईसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्यगण श्री मुकेश टण्डन, श्री राकेश जादौन, श्री संदीप डोंगरसिंह, श्री राजेश जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि के अलावा कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, पुलिस अधीक्षक डाॅ मोनिका शुक्ला समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कमिश्नर्स, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेस 12 मार्च को


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित कमिश्नर्स, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेस 12 मार्च 2022 की पूर्वान्ह 11 बजे से शुरू होगी। सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव ने बताया कि वीसी कॉन्फ्रेस एजेण्डा में विगत 20 जनवरी 2022 को प्रदत्त निर्देशों का पालन प्रतिवेदन, कानून व्यवस्था, माफिया के विरूद्ध कार्यवाही एवं महिला अपराध नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा, कृषि के विविधीकरण एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के विषय में रणनीति पर चर्चा, मनरेगा के कार्यो की समीक्षा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत सड़कों के निर्माण एवं संधारण कार्य की समीक्षा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा, वन भूमि एवं राजस्व भूमि संबंधी विषयों की समीक्षा, एक जिला-एक उत्पाद योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा, बेस्ट प्रेक्टिसेस का प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की जायेगी।  


प्रदेश में विदिशा अव्वल, पशुपालकों को केसीसी जारी करने में


मध्यप्रदेश में पशुपालकों को क्रेडिट कार्ड जारी करने के मामले में विदिशा प्रदेश में अव्वल है। पशु चिकित्सा सेवा विभाग के उप संचालक श्री ओम प्रकाश गौर ने बताया कि जिले में विभिन्न बैंकों के द्वारा कुल 9891 केसीसी स्वीकृत हुए हैं। इन केसीसी धारकों को 15 करोड़ 13 लाख रुपए वितरित हुए हैं। पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा पशुपालकों को पशु पालन क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22  के लिए शत् प्रतिशत पशुपालन व्यवसाय से जुड़े पशुपालकों को केसीसी जारी करने के प्रयास किए जा रहे हैं इस संबंध में बैंकों से भी सतत संपर्क विभाग के अधिकारी व खंड स्तरीय अमले के द्वारा किया जा रहा है।             


सफलता की कहानी : मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना श्रीमती प्रभा के लिए बरदान साबित हुई, योजना से लाभांवित हितग्राही ने दुकान संचालित कर विक्री में की बढ़ोत्तरी


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मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना का लाभ मिलने से ग्राम पंचायत करैया हवेली के ग्राम रंगई निवासी श्रीमती प्रभा वर्मा अपने व्यापार में बढ़ोत्तरी कर अच्छी आमदनी की ओर अग्रसर हैं। मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना उनके लिए बरदान साबित हुई है। कोरोना काल के कठिन समय से उबरने के पश्चात् वह योजना का लाभ लेकर एक किराना दुकान संचालित कर रही हैं जिससे उन्हें अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है। उन्होंने इस योजना को काफी कारगर बतलाने के साथ ही शासन, प्रशासन के प्रति धन्यवाद दिया है। 32 वर्षीय श्रीमती प्रभा वर्मा ने बताया कि वे पहले छोटे स्तर पर किराना दुकान का संचालन करती थीं। जिससे उन्हें महीने भर में मात्र 200 से 300 रूपये की आमदनी करती थीं। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के तहत 10 हजार रूपये का ऋण लिया जो उनके लिए बरदान साबित हुआ। ऋण मिलने के उपरांत उन्होंने सामग्री का क्रय कर दुकाना में किराना सामग्री स्थापित की और ईमानदारी के साथ अपने व्यापार को बढ़ाने में जुट गईं। उन्होंने बताया कि शासन की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ लेने के उपरांत उनकी दुकान में विक्री बढ़ी और अब उन्हें 10 से 12 हजार रूपये आमदनी प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि कोरोना के समय में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कोरोना के समय जमा पूंजी चली गई थी और किराने का सामान भी स्वयं उपयोग कर लिया गया था। श्रीमती प्रभा वर्मा ने बताया कि उनके पास दो बीघा जमीन भी है जिसमें खेती कर उत्पादित उपज का घर में उपयोग किया जाता है। वह ग्राम रंगई के श्री सांई स्व सहायता समूह से भी जुड़ी हुई हैं। जहां वह सिलाई का कार्य भी करती हैं जिससे उन्हें महीनेभर में एक हजार रूपये तक की आमदनी होती है। भविष्य के सपने के बारे में उन्होंने बताया कि वह अपनी दुकान के व्यापार को आगे बढ़ाने के साथ-साथ समूह सदस्यों के साथ मशाला निर्माण की इकाई प्रारंभ करना चाहती हैं जिससे कि वह अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकें और उनकी व समूह के अन्य सदस्यों की पारिवारिक स्थिति बेहतर हो। 


ग्रामीण विकास के कार्यों को समय-सीमा में पूरे करें- कलेक्टर श्री भार्गव

  • विकासखंड स्तरीय अमले की सघन समीक्षा

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कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने शनिवार को एसएटीआई कॉलेज के कैलाश सत्यार्थी सभागृह में जिले के सभी विकासखण्डो में पदस्थ अधिकारी, कर्मचारियों के अलावा ग्राम स्तरीय अमले की संयुक्त बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा-निर्देश ही नहीं दिए बल्कि उनके कार्य समय-सीमा में पूरे ना होने पर उन्हें दंडित करने की चेतावनी दी है। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने प्रत्येक ग्राम पंचायत अपनी विशिष्ट उपलब्धि से जानी जाए इसके लिए नवाचार कर परिणामों को परिलीक्षित करने की समझाईश उन्होंने दी है। उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र हितग्राही योजना से वंचित न रहें यह हम सबका नैतिक दायित्व है। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि अधिकांश योजनाओं के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु ग्रामीण हितग्राहियों को लाभान्वित करने से होती है। अतः गांव का विशेष वर्ग शासन की महत्वकांक्षी योजना कार्यक्रम से लाभान्वित होकर अपने जीवन में परिवर्तन ला सके। यह सफल प्रयास होना चाहिए। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से समय पर सेवाएं संबंधित को मिलें। गांव पूर्ण स्वच्छ हों। शासकीय योजनाओं से स्वच्छता संबंधी कार्य प्रदर्शित हों। उन्होंने ग्रामों में रात्रि विश्राम कर आमजनों की समस्याओं से अवगत होने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि प्रत्येक अनुविभाग क्षेत्र में एसडीएम के द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की जााती हैं। जिसमें समस्त खण्ड स्तरीय अमला अनिवार्य रूप से उपस्थित हो। उन्होंने ऐसी समस्याएं जिनका निदान ग्राम, खण्ड स्तर पर संभव है। वे सब उसी स्तर पर निराकृत हों। जनसुनवाई कार्यक्रम में ऐसे आवेदन प्राप्त न हों जिनका निराकरण विकासखण्ड स्तर तक संभव था। उन्होंने क्षेत्रों का भ्रमण कर विभागीय योजनाओं के साथ-साथ अन्य विभागों के सम्पादित कार्यों की भी जानकारी प्राप्त कर सम्बंधित एसडीएम को अनिवार्य रूप से अवगत कराएं। गांव में छोटे-छोटे व्यवसाय संचालन हों। ताकि आमजन अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए शहरों की ओर अग्रसर न हों। उन्होंने प्रत्येक गांव में शिल्पी, लौहार, बढ़ई, बाल काटने वाले को चिन्हित कर एक सम्मानित स्थान पर गांव बाजार या व्यवसाय स्थान पर जगह आवंटित करने के प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। 8 मार्च को महिला दिवस पर प्रत्येक ग्राम में ग्राम सभा आयोजित कर गांव के गौरव दिवस की तिथि निश्चित करें। इसके लिए उन्होंने नोडल अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिला पंचायत सीईओ डॉ भरसट ने अधिकारियों से कहा कि वे ग्रामीण विकास विभाग के कार्य तक ही सीमित ना रहे अन्य विभागों के कार्यों की ओर भी विशेष ध्यान दें। उन्होंने ग्रीष्मकाल के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के संबंध में किसी प्रकार का संकट उत्पन्न ना हो इसके लिए पूर्व में ही व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र का एक भी हैंडपंप एक दिन से अधिक किन्हीं भी कारणों से बंद ना हो यह जवाबदेही संबंधित विभाग के साथ-साथ ग्रामीण स्तरीय अमले की भी होगी। जिला पंचायत सीईओ डॉ भरसट ने प्रत्येक विकासखंड में 20 से 30 ऐसी पंचायतों का चिंतन किया जो विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में अन्य पंचायतों से पिछड़ी है और प्रगति लाने के लिए और क्या सुधार संभव है। साथ ही उन कार्यों के संपादन में उन्हें क्या दिक्कतें आ रही हैं इत्यादि की जानकारी उन्होंने संवाद कर प्राप्त की हैं। जिला पंचायत सीईओ डॉक्टर भरसट ने जल जीवन मिशन के तहत संपादित किए जा रहे कार्यों पर विशेष जोर देते हुए कहा कि समय सीमा में पूरा प्रोजेक्ट पूर्ण हो और हर गांव के हर घर में नल से जल पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। पाइपलाइन की देखभाल कनेक्शनों की देखभाल के अलावा समय अवधि पूर्ण होने पर संबंधित महिला स्व सहायता समूह को नल जल के कार्य हेतु जिम्मेदारी सौंपने के प्रबंध सुनिश्चित किये जाएं। इसके लिए बकायदा उन्हें प्रशिक्षित करने हेतु उन्होंने लोक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में अधिकांश शिकायतें ग्रामीण क्षेत्रों की दर्ज होती हैं। अतः संबंधित विभाग का ग्राम स्तरीय अमला शिकायतों के निराकरण हेतु शिकायतकर्ता से अविलंब संपर्क करें और उन्हें क्या समस्या है का समाधान निकालने का प्रयास करें। उपरोक्त बैठक में विभिन्न विभागों के जिला अधिकारीगण तथा जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री दयाशंकर सिंह के अलावा सातों जनपदों के सीईओ, समस्त रोजगार सहायक, सचिव, सब इंजीनियर, सहायक इंजीनियर, एपीओ, बीपीओ, समस्त ब्लाॅक समन्वयक मौजूद रहे।  


राष्ट्रीय पल्स पोलिया अभियान का शुभारंभ आज


राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान 27 फरवरी रविवार से प्रारंभ हो रहा है। अभियान के तहत 0 से  5 वर्ष तक के सभी बच्चों को दो बूंद पोलियो की पिलाई जाएगी। अभियान का शुभारंभ श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय विदिशा में आज रविवार की सुबह 10 बजे विधायक श्री शशांक भार्गव, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टंडन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी के अलावा कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह, सिविल सर्जन डॉ संजय खरे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ डीके शर्मा सहित अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाकर किया जाएगा। पल्स पोलियो अभियान की जनजागृति हेतु आज शनिवार को नगर में रैली भी निकाली गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अखण्ड प्रतापसिंह ने बताया कि राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के अन्तर्गत जिले में 1735 टीमें बनाई गई हैं। जिसमें 3499 कर्मचारी सघन पल्स पोलियो अभियान के क्रियान्वयन हेतु सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन करेंगे। कुल कर्मचारियों में से 222 सुपरवाइजर मॉनिटरिंग कर इनसे रिपोर्ट प्राप्त करेंगे। सभी टीमें जिले में 216638 शून्य से 5 वर्ष के लक्षित बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने हेतु लक्ष्य निर्धारित है। 

8 सैम्पल पॉजिटिव प्राप्त हुए


विदिशा जिले में शनिवार 26 फरवरी को कोविड-19 के कुल आठ सैम्पल पॉजिटिव प्राप्त हुए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अखण्ड प्रतापसिंह ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि विदिशा एवं नटेनर विकासखण्ड में क्रमशं: तीन-तीन तथा कुरवाई में दो सैम्पल पॉजिटिव प्राप्त हुए हैं।

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