मधुबनी : बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से जनसरोकार जुड़े हैं : डीएम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 24 मार्च 2022

मधुबनी : बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से जनसरोकार जुड़े हैं : डीएम

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मधुबनी , जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष, जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आहूत हुई। बताते चलें कि सरकार द्वारा जिले में चलाए जा रहे विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु आयोजित इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ साथ बाल विकास परियोजना के सभी अधिकारीगण भी शामिल हुए। उक्त बैठक में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्राथिमक स्वास्थ्य केंद्र,  जिले में गैर संचारी रोगों की रोकथाम, प्रसव पूर्व जांच, संस्थागत प्रसव, चाइल्ड केयर, एंबुलेंस की व्यवस्था, नियमित टीकाकरण व कोरोना से प्रतिरक्षण हेतु टीकाकरण, ओ पी डी, जैसे स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न मुद्दे शामिल थे। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न स्वास्थ्य उप केंद्रों से जिला स्तर पर प्राप्त सूचनाओं की समीक्षा हेतु आयोजित होने वाली जिला स्तरीय बैठक के आयोजन के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि यदि किसी अप्रत्याशित कारणों से जिला स्तरीय बैठक, पूर्व निर्धारित तिथि पर आयोजित नहीं हो पाती हैं, तो इसे अगले दिन आहूत कर बैठक की उपयोगिता सुनिश्चित की जानी चाहिए। बैठक को लंबी अवधि तक टालना उसकी उपयोगिता पर सवाल खड़ा करता है। बैठकें आगामी योजनाओं के मद्देनजर आहूत की जाती हैं। अतः इसका आयोजन सुनिश्चित किया जाना चाहिए, ताकि कार्यप्रणाणी चुस्त बनी रहे। उन्होंने डेटा वैलीडेशन कमिटी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के ऑनलाइन डेटा अपडेट करने की संपूर्ण प्रक्रिया में विलंब पर भी अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी क्षमता से लोगों की सेवा में जुटा है। ऐसे में उनके प्रयास की झलक दिखनी आवश्यक है। इसके लिए जिला प्रशासन, मधुबनी सभी कर्मियों से तत्परता की अपेक्षा रखती है। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन में एंबुलेंस सेवा को महत्वपूर्ण कड़ी माना और जिले के अलग अलग क्षेत्रों से एंबुलेंस की शिकायत के मद्देनजर इस पर अलग से समीक्षा बैठक आयोजित करने के  निर्देश दिए। उनका कहना था कि जब आउट सोर्सिंग एजेंसी को एंबुलेंस की व्यवस्था करनी है तो एंबुलेंस के खराब  होने की स्थिति में उस एजेंसी को ही वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। स्वास्थ्य सेवाओं को सबसे पवित्र सेवा के रूप में चिन्हित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ लोग अपनी अकर्मण्यता से इसे बदनाम कर रहे हैं, और कार्य सम्पादन में अनुचित विलंब पैदा कर रहे हैं। उन्होंने सिविल सर्जन, मधुबनी को ऐसे व्यक्ति के खिलाफ अग्रेतर कार्रवाई के लिए निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाए जाने के कार्य में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों की भूमिका को भी रेखांकित किया और उनसे और अधिक सजगता की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें भी आ रही  हैं कि कुछ लोग सरकारी मशीनों का निजी हित के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में उनकी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से अपेक्षा की कि किसी भी प्रतिवेदन को जिला में भेजने से पूर्व उस पर स्वयं मंथन करें और सभी पहलुओं की समीक्षा करने के उपरांत ही जिले को प्रेषित करें। इससे मासिक बैठकों में उन्हें व्याख्यापीत करने में सुविधा होगी। जिले की मॉनिटरिंग के अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर भी अपने कार्य क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले स्वास्थ्य केंद्रों आदि के गतिविधियों की पड़ताल करते रहें। उन्होंने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लेबर रूम की बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रसव को लेकर शहर या गांवों में किसी भी आर्थिक स्तर के समूह में चिंता पैदा नहीं होनी चाहिए। यह सबके लिए सुलभ और अच्छा अनुभव बने। उन्होंने कहा कि कुछ आशा की इस प्रकार की शिकायतें भी आईं हैं, कि वे प्रसव के लिए निजी अस्पतालों को बढ़ावा देने का काम करती हैं। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी गर्भवती महिला प्रथम बार जांच के लिए सरकारी अस्पतालों में आती हैं, उन्हें प्रसव होने तक पूरी सलाह और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उक्त बैठक में श्री सुनील कुमार झा, सिविल सर्जन, मधुबनी, श्री आर. के. सिंह, अवर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, मधुबनी, श्रीमती शोभा सिन्हा, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आई सी डी एस, श्री आदर्श, एस एम ओ, डब्लू एच ओ, श्री प्रभात ठाकुर, डी पी ओ, जपायको, श्री महेंद्र सिंह सोलंकी, जिला समन्वयक, केयर इंडिया, श्री प्रमोद कुमार झा, एस एम सी, यूनिसेफ सहित जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं सीडीपीओ शामिल थे।

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