पटना 15 अप्रैल, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने बेगुसराय रेलवे लाइन के किनारे सरकारी जमीन पर महादलित मुसहर और अन्य गरीब समुदाय के लगभग 150 परिवार लंबे समय से बसे हुए हैं. रेलवे ने इन सभी गरीबों को वहां से हटने का नोटिस जारी कर दिया है. जिसके कारण उनके सामने आवास की गंभीर समस्या उठ खड़ी हुई है. वैकल्पिक आवास की व्यवस्था की मांग को लेकर सभी गरीब जिला प्रशासन व बेगूसराय अंचलाधिकारी से लगातार मिलते रहे, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता रहा. प्रशासन के उदासीन रवैये से तंग आकर 12 अप्रैल से बेगूसराय जिला समाहरणालय पर भाकपा-माले के झंडे तले सभी गरीबों ने अनिश्चितकालीन घेरा डालो-डेरा डालो आन्दोलन शुरू कर दिया है. यह आंदोलन आज तीसरे दिन भी जारी है, लेकिन जिला प्रशासन महादलित गरीबांे के आन्दोलन के प्रति संवेदनहीन बना हुआ है. भाकपा-माले राज्य सरकार से मांग करती है कि वह अपने स्तर से हस्तक्षेप करे और स्थानीय जिला प्रशासन को सभी गरीबों के पुनर्वास की अविलंब व्यवस्था करने का निर्देश जारी करे.
शुक्रवार, 15 अप्रैल 2022
बिहार : आंदोलनरत गरीबों की आवाज सुने सरकार : माले
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