लोकमान्य तिलक टर्मिनस जयनगर पवन एक्सप्रेस पटरी से उतरी, एक मरे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 4 अप्रैल 2022

लोकमान्य तिलक टर्मिनस जयनगर पवन एक्सप्रेस पटरी से उतरी, एक मरे

pawan-express-derailed-one-died
नासिक 03 अप्रैल, मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से बिहार के जयनगर जाने वाली 11061 डाउन एक्सप्रेस के 12 कोच अपराह्न करीब तीन बजे महाराष्ट्र में नासिक के निकट लावहित एवं देवलाली के बीच पटरी से उतर गये। हालांकि इस दुर्घटना में तीन लोग के घायल हो गये। इसके अलावा जानमाल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने यूनीवार्ता को बताया कि अपराह्न तीन बज कर छह बजे देवलाली स्टेशन के पहले किलोमीटर 171/31 किलोमीटर पर ट्रेन के 12 कोच पटरी से उतर गये। उन्होंने बताया कि ट्रेन का रैक एलएचबी कोच वाला था इसलिए जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि एक व्यक्ति काे मामूली चोटें आयीं हैं। हालांकि दुर्घटना के तुरंत बाद मनमाड से दुर्घटना राहत गाड़ी, भुसावल से दुर्घटना राहत मेडिकल उपकरण गांड़ी और इगतपुरी से मेडिकल वैन घटनास्थल पर पहुंच गयीं थीं। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के कारण अप लाइन का यातायात प्रभावित नहीं हुआ। दुर्घटना के कारण डाउन दिशा की कुछ गाड़ियों को धीमी गति से अप लाइन से गुजारा गया। मुंबई हजरत निजामुद्दीन 22221 राजधानी एक्सप्रेस एवं कुछ अन्य गाड़ियों को मार्ग बदल कर दीवा वसई मार्ग से निकाला गया। श्री सुतार ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त कोचों को हटाने और मार्ग को दोबारा चालू करने का काम तेजी से चल रहा है और कल सुबह तक यातायात शुरू होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन के यात्रियों को रात आठ बजे नासिक स्टेशन लाया गया और रात में एक दूसरी विशेष ट्रेन से जयनगर के लिए रवाना किया गया।

कोई टिप्पणी नहीं: