मुंबई, नौ अप्रैल, इंडियन प्रीमियर लीग में युजवेंद्र चहल के शुरुआती दिनों में इस लेग स्पिनर के शारीरिक उत्पीड़न के आरोपों पर भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने सुझाव दिया है कि दोषी खिलाड़ी को कभी क्रिकेट के मैदान के समीप आने की स्वीकृति नहीं दी जानी चाहिए। स्तब्ध करने वाले खुलासे में चहल ने कहा था कि 2013 में आईपीएल मुकाबले के बाद वह बाल बाल बच गए थे जब नशे में धुत्त एक खिलाड़ी ने बेंगलुरू होटल के 15वें माले की बालकनी से उन्हें लटका दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शास्त्री ने कहा कि यह कोई हंसी-मजाक का मामला नहीं है। शास्त्री ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि इससे जुड़ा व्यक्ति कौन है, वह उस समय होश में नहीं था। अगर ऐसा हुआ है तो यह बड़ी चिंता की बात है। किसी का जीवन खतरे में था, कुछ लोगों को यह मजाकिया लग सकता है लेकिन यह बिलकुल भी मजाकिया नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे पता चला है कि जिसने भी ऐसा करने का प्रयास किया वह उचित स्थिति में नहीं था। जब आप ऐसी स्थिति में होते हो और कुछ ऐसा करने का प्रयास करते हो तो गलती होने की संभावना और अधिक हो जाती है। यह बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है।’’
देश के शीर्ष लेग स्पिनरों में शामिल 31 साल के चहल ने रविचंद्रन अश्विन के साथ बातचीत के दौरान यह खुलासा किया था। इस बातचीत का वीडियो उनकी नई आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स ने जारी किया। चहल शास्त्री के मार्गदर्शन में भारतीय टीम की ओर से खेले हैं। शास्त्री ने कहा, ‘‘मैं पहली बार इस तरह की चीज सुन रहा हूं। यह बिलकुल भी मजाकिया नहीं है। अगर यह घटना आज होती है तो दोषी पर आजीवन प्रतिबंध लगना चाहिए और उस व्यक्ति को जितना जल्दी संभव हो पुनर्वास केंद्र में भेजा जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आजीवन प्रतिबंध, बेहतर है कि वह क्रिकेट के मैदान के समीप नहीं आए, तभी उसे पता चलेगा कि यह मजाकिया है या नहीं।’’ चहल ने कहा था कि काफी लोगों को इस घटना की जानकारी नहीं थी क्योंकि उन्होंने इसे अपने तक रखा था। पूर्व भारतीय आलराउंडर शास्त्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण हे कि खिलाड़ी जल्द से जल्द इस तरह की घटनाओं की जानकारी दें और कोई त्रासदी होने का इंतजार नहीं करें। अश्विन के साथ बातचीत के दौरान चहल ने कहा था, ‘‘मेरी कहानी कुछ लोगों को पता है। मैंने कभी इसके बारे में बात नहीं की, कभी इसे साझा नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘2013 में मैं मुंबई इंडियन्स के साथ था। हमारा बेंगलुरू में मैच था। इसके बाद खिलाड़ी आपस में मिले। एक खिलाड़ी नशे में था, मैं उसका नाम नहीं लूंगा।’’ चहल ने कहा, ‘‘वह नशे में था और मेरी ओर देख रहा था। उसने मुझे बुलाया। वह मुझे बाहर ले गया और बालकनी से बाहर लटका दिया। ’’
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