मुंबई, नौ अप्रैल, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शनिवार को दावा किया कि नौसेना से सेवामुक्त हुए विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को संग्रहालय में तब्दील करने के लिए जुटाए गए धन का कथित तौर पर गबन करने के आरोप में पुलिस द्वारा समन किए जाने के बाद भाजपा नेता किरिट सोमैया और उनका बेटा नील भूमिगत हो गए हैं। राउत ने संवाददाताओं से कहा कि सोमैया और उनके बेटे ने अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है। शिवसेना नेता ने सवाल किया, ‘‘अगर आप ने कुछ गलत नहीं किया है तो डर किस बात की है?’’ उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि सोमैया और उनके बेटे को जांच में शामिल होने और उपनगर मनखुर्द के ट्राम्बे पुलिस थाने में जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने के लिए समन भेजा गया है। पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘पुलिस उन्हें समन देने के लिए गई थी लेकिन पूर्वी मुलुंड स्थित उनके घर पर ताला लगा था।’’ राउत ने सोमैया पर पोत को बचाने के नाम पर जमा 57 करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सोमैया और उनके बेटे के खिलाफ मामला पूर्व सैन्य कर्मी बबन भोसले की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है। भारतीय नौसेना में वर्ष 1961 में विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत शामिल हुआ था और वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में समुद्री घेराबंदी में अहम भूमिका निभाई थी। इस पोत को वर्ष 1997 में नौसेना की सेवा से कार्यमुक्त किया गया। उस समय इस युद्ध पोत को संग्राहलय में तब्दील करने की मांग की गई लेकिन जनवरी 2014 में ऑनलाइन नीलामी में पोत को बेच दिया गया और उसी साल नवंबर में इसे कबाड़ में तब्दील कर दिया गया।
शनिवार, 9 अप्रैल 2022
किरिट सोमैया भूमिगत हो गए हैं : राउत
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