भागलपुर : “एक जिला एक उत्पाद- जर्दालु आम” विषय पर परिचर्चा का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 28 मई 2022

भागलपुर : “एक जिला एक उत्पाद- जर्दालु आम” विषय पर परिचर्चा का आयोजन

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पटना/भागलपुर , 28 मई, 2022, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के प्रचार-प्रसार के लिए तथा जर्दालु आम की खेती के लिए जागरूक करने और उसकी उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से भारत सरकार के  सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, फील्ड आउटरीच ब्यूरो (एफओबी), भागलपुर इकाई द्वारा आज 28 मई, 2022 को भागलपुर के कृषि भवन में  "एक जिला एक उत्पाद" विषय पर एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया।  परिचर्चा का उद्घाटन  अरुण कुमार, संयुक्त निदेशक (शस्य), भागलपुर प्रमंडल,  विकास कुमार सहायक निदेशक, उद्यान भागलपुर, प्रभात कुमार सिंह , उप परियोजना निदेशक (आत्मा) भागलपुर, तथा डॉ. रविंद्र कुमार व डॉ. मोहम्मद शमशेर अहमद, कृषि वैज्ञानिक, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । इस परिचर्चा में भागलपुर जिले के  बिहपुर, नाथनगर, सुल्तानगंज सहित अनेक प्रखंडों  के लगभग 100 से अधिक किसान सम्मिलित हुए।  परिचर्चा में प्रमुख वक्ता के रूप में बोलते हुए अरुण कुमार, संयुक्त निदेशक (शस्य), भागलपुर प्रमंडल ने कहा कि जर्दालु आम भागलपुर जिले का विशेष उत्पाद है,  इसलिए भारत सरकार द्वारा एक जिला एक उत्पाद के रूप में इसका चयन किया गया है। जिले में बड़ी संख्या में जर्दालु आम का उत्पादन होता है, और अब सरकार द्वारा मान्यता मिलने के बाद उत्पादन व निर्यात तेजी से बढ़ रहा है।  उन्होंने कहा कि जर्दालु आम के किसानों द्वारा अपना ऑनलाइन पंजीयन कराया गया है जिसके बाद से पूरे विश्व में कहीं से भी इंटरनेट के माध्यम से इनके बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।   मौके पर विकास कुमार, सहायक निदेशक, उद्यान भागलपुर ने जर्दालु आम के किसानों से गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करने का आह्वान किया ताकि देश- दुनिया तक यह उत्पाद पहुंचकर अपनी अलग पहचान बना सके।   वहीं, प्रभात कुमार सिंह, उप परियोजना निदेशक (आत्मा) भागलपुर  ने जर्दालु  उत्पादन और निर्यात के बारे में विस्तार के बताते हुए कहा कि जर्दालु आम को जीआई टैग प्राप्त हुआ है तथा यह भागलपुर जिले का मौलिक उत्पाद है। देश के  राज्यों और दुनिया के अनेक देशों तक भागलपुर का जर्दालु आम भेजा जा रहा है।   परिचर्चा में उपस्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कृषि वैज्ञानिक डॉ. रविंद्र कुमार व डॉ. मोहम्मद शमशेर अहमद ने जर्दालु आम के उत्पादन की तकनीक के बारे में विस्तार के बताते हुए उपस्थित किसानों से जैविक कृषि के माध्यम से उत्पादन  करने का आह्वान किया। परिचर्चा में अतिथि वक्ता  के रूप में उपस्थित "मैगों मैन" के नाम से प्रसिद्द एवं भागलपुर आम उत्पादक संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी ने किसानों को जर्दालु आम उत्पादन की बारीकियों और सावधानियों के बारे में समझाया। फील्ड आउटरीच ब्यूरो, भागलपुर के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अभिषेक कुमार ने एक जिला एक उत्पाद योजना की चर्चा करते हुए बताया कि इस परिचर्चा कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य जर्दालु आम  की खेती करने वाले किसानों को जागरूक करना है ताकि भारत सरकार द्वारा दिये जा रहे प्रोत्साहन एवं सुविधाओं का वे लाभ उठा सकें।  इस परिचर्चा में जिले के अनेक प्रमुख जर्दालु आम उत्पादक किसान सम्मिलित हुए जिनमें नाथनगर के आनंद कुमार झा, कजरैली के गुंजेश गुंजन, विनोद कुमार मंडल तथा बिहपुर के " हनी मैन " के नाम से प्रसिद्द किसान सोनू कुमार शामिल थे। परिचर्चा में कृषि विभाग के अमित कुमार झा एवं अन्य पदाधिकारी -कर्मचारी भी उपस्थित थे। परिचर्चा के दौरान किसानों के बीच 'एक जिला एक उत्पाद' से संबंधित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। प्रश्नों के सही उत्तर देने वाले किसानों को पुरस्कृत भी किया गया।

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