बिहार : पांच साल में विकास कार्य किये हैं, उसी के बल पर वोट मांगेंगे : दिनेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 26 मई 2022

बिहार : पांच साल में विकास कार्य किये हैं, उसी के बल पर वोट मांगेंगे : दिनेश

पटना. पटना नगर निगम के वार्ड पार्षद हैं दिनेश कुमार.पांच वर्षीय कार्यकाल खत्म हो रहा है. इस बार भी चुनाव लड़ेंगे.इस बार उनको सीट बचाना मुश्किल है.जो 2017 में चुनाव हार गये हैं जमकर चुनौती पेश कर रहे हैं.अभी तक प्रचार सामग्री का उपयोग नहीं किये हैं.उनका कहना है कि पांच साल में विकास कार्य किये हैं, उसी के बल पर वोट मांगेंगे. दरअसल 22 ए के वार्ड पार्षद दिनेश कुमार के पिता शारदा चौधरी पटना जिलान्तर्गत मसौढ़ी के निवासी हैं  .मसौढ़ी से दीघा क्षेत्र में आए थे 1935 में. शारदा चौधरी ने दीघा में स्थित बाजीतपुर मोहल्ला में एक कट्ठा जमीन खरीदी. इसके बाद कहने लायक घर धीरे-धीरे बनाने लगें. इस बीच शारदा चौधरी एक से दो हो गए.उनका विवाह सुदामा देवी के संग हुआ. दोनों दम्पति के 6 बच्चे हुए. 4 लड़के और 2 लड़की. दिनेश चौधरी, विनोद चौधरी, पप्पू चौधरी और राज कलम चौधरी . दो लड़की रीता देवी और गीता देवी. रीता देवी सराय में और गीता देवी पटना सिटी में रहती हैं. चारों भाई 4 घर में रहते हैं. 1 रूम में जिंदगी काट रहे हैं. आपका नव निर्वाचित पार्षद दिनेश चौधरी का जन्म 03 फरवरी, 1966 है. मैट्रिक उर्त्तीण हैं. जीवन संगिनी संगीता देवी हैं. 2 बच्चे हैं. लड़की दिव्या ज्योति और लड़का समुन्द्र  गुप्त कुमार हैं. इन्द्र प्रसाद सिंह गंग-स्थली उच्च माध्यमिक बालिका में 10 प्लस 2 में दिव्या पढ़ती हैं. ए.एन.एस. कॉलेज में बीएससी में पढ़ते हैं समुन्द्र गुप्त कुमार.एक कमरा में रहने का दर्द है पार्षद साहब की पत्नी को.इस दर्द को बढ़ाने में किचन भी सहायक है. सीढ़ी के नीचे है किचन. खैर, सड़क पर रफ्तार से टेम्पों चलाने वाले दिनेश कुमार की जिदंगी में गरीबी का ब्रेक लग गया है.बावजूद , इसके सामाजिक कार्य करने से मुंह नहीं मोड़ा है.  2000 से 2017 तक वार्ड सदस्य बने रहें. पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत के वार्ड नम्बर -14 के माननीय सदस्य रहे. इस पंचायत के मुखिया जवाहर प्रसाद, मुखिया शाहिदा परवीन और मुखिया ममता देवी के नेतृत्व में बढ़कर सीखने का काम किया.रूपया पर ध्यान नहीं दिया. कर्म को ही महत्व देते रहे. इसके आलोक में जन समुदाय ने पटना नगर निगम के वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ने को कहा और जीत की माला पहनाकर दम लिये. उनके पुत्र समुद्रगुप्त कुमार कहते हैं कि पांच पंचायतों को अधिग्रहण कर पटना नगर निगम में शामिल किया गया. पटना नगर निगम ने 3 वार्ड सृजन किये. वार्ड नं.-22 ए, 22 बी और 22 सी. वार्ड नम्बर - 22 ए से दिनेश कुमार के साथ 26 प्रत्याशी मैदान में थे. किसी ने बल्ब छाप को महत्व नहीं दिये. प्रेशर कुकर छाप मनोज पासवान, चिमनी छाप सुशीला देवी, कैरम बोर्ड छाप रौशन देवी आदि का बोलबाला था. लगभग निराशा के समुद्र में गोता खा रहे थे. 04 जून,2017 को मतदान खत्म  हुआ.09 जून को धमाकेदार रिजल्ट सामने आयी. मुरझाए चेहरे खिल गये. पूरे 1010 मत दिनेश कुमार को पड़े. 146 वोट से जीते. द्वितीय स्थान पर मनोज पासवान ,प्रेशर कुकर को हासिल हुई.इस बीच पटना नगर निगम के पांच वर्षीय कार्यकाल 10 जून,2022 को खत्म हो रहा है.अभी तक शोरगुल नहीं है.

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