मधुबनी : अधिक प्रचार प्रसार करने के लिए हर स्वयं सेवक को आगे आना होगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 5 जून 2022

मधुबनी : अधिक प्रचार प्रसार करने के लिए हर स्वयं सेवक को आगे आना होगा

rss-seminar-madhubani
मधुबनी (फ़िरोज़ आलम) सभी अखिल भारतीय राष्ट्रीय दृष्टिकोण विकसित हो, इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ काम करता रहा है। इसे और अधिक प्रचार प्रसार करने के लिए हर स्वयं सेवक को आगे आना होगा। रविवार को वाटिका होटल सभागार में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संपर्क विभाग के तहत आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख राम लाल ने यह बात कही। उन्होंंने कहा कि 40 हजार गांवों में शाखा का संचालन किया जा रहा है। इसे अन्य गांवों में स्वयं सेवक के माध्यम से विस्तार करना होगा। क्योंकि जहां भी शाखा का आयोजन होता है, उस एरिया में गलत कार्य व देश के विरूद्ध कोई कार्य नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोगों को एक साथ व एक मंच पर लाने का काम आरएसएस कर रहा है। बताया आरएसएस राष्ट्रीय ताकत बन चुका है। संघ 97 सालों से अपना विस्तार कर रहा है। शताब्दी वर्ष से पहले सभी गांवों में इसकी पहुंच बने इसके लिए संपर्क अभियान को तेज किया जायेगा। बताया इसकी स्थापना हेडगेवार ने किया और उनका मुख्य उद्देश्य सांस्कृतिक अखंडता, सामाजिक संवेदनशीलता, अखिल भारतीय राष्ट्रीय दृष्टिकोण और हिन्दुत्व की भावना के लिए काम करना रहा है। बताया भारत प्राचीनतम देश है। आक्रांता केा छोड़ दिया जाए तो यहां पर रहने वाले सभी के पूर्वज भारतीय ही थे। यह तो सभी मान रहा है। पूजा करने की पद्धति अलग है, पर यहां रहने वाले तो सभी हिन्दुस्तानी ही तो हैं। हम हिन्दुओं को भी घर वापसी को दिल से स्वीकार करना होगा। बताया कि आरएसएस के द्वारा लगभग डेढ़ लाख हिन्दुओं को प्रतिवर्ष धर्म परिवर्त्तन को रोक रहा है और लगभग इतने ही लोगों को अपने धर्म में वापस भी किया जा रहा है। बताया आरएसएस सभी विभेद को खत्म करने में सफल रहा है। राजनीति की पेच में इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। लेकिन आरएसएस इसे सफल नहीं होने देगा। बताया आरएसएस केवल मेकिंग  इंडिया का काम कर रहा है और अन्य ब्रेकिंग इंडिया की नीति की बात कर रहा है। इंडोनेशिया की चर्चा करते हुए कहा कि यह मुस्लिम राष्ट्र है पर यहां के सभी लेाग अपने पूर्वज के हिन्दु होने की बात स्वीकार करते हैं और यहां के नोट पर भगबान गणेश की तस्वीर लगी है। सभी भारतीय को भी मन बनाने की जरूरत है। हिन्दुत्व जागरण व राष्ट्रीयता का जागरण करना जरूरी है। उन्होंने कहा जो अच्छी बात है उसे हर घर में अपनाना होगा और जो खराब है उसे हर घर से बाहर करना होगा। 


अध्यक्षता अभि झा ने किया। उत्तर पूर्व क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, इंद्रभूषण ठाकुर, आरएसएस संचालक कमलकांत झा, नगर संचालक साकेत महासेठ, सह संचालक अरविन्द सिन्हा, भाजपा जिलाध्यक्ष शंकर झा, पूनम चौधरी, अंतुल, चंद्रवीर, जिला प्रचारक संजय कृष्ण, अरविन्द यादव, साकेत महासेठ, सुमन कुमार महासेठ, रोहन महासेठ, सिया राम मिश्र, प्रो. शैलेन्द्र, दिगंबर व अन्य थे। इसमें पद्मश्री दुलारी देवी, एचएम कुमारी विभा व अन्य सामाजिक पुरोधा भी उपस्थित थे। इसदौरान स्वयं सेवकों ने अपने विभिन्न उत्कंठा को भी बैठक में रखा।

कोई टिप्पणी नहीं: