- * नदियों के जलस्तर, तटबंधों एवं निचले इलाकों में बसावटों की सतत निगरानी करने का निर्देश।
- लगातार माइकिंग कराकर लोगों को करें सतर्क
- * आश्रय स्थलों पर सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखने का निर्देश
- * 29 जून को मध्याह्न 12 बजे तक गंडक बराज से छोड़ा गया दो लाख तीन हजार क्यूसेक पानी
बेतिया। आपदा प्रबंधन विभाग, भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा जारी अत्यधिक भारी वर्षा एवं वज्रपात अलर्ट तथा बरसात मौसम के मद्देनजर जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा अत्यधिक भारी वर्षा, मेघ गर्जन, वज्रपात के प्रभाव से निपटने हेतु प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा कोषांग, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को अलर्ट मोड में रहकर एहतियातन सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने सूचना तंत्र को पूर्णतः क्रियाशील रखें ताकि आपदा से संबंधित सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान हो सके। एसडीएम, बगहा वाल्मीकिनगर गंडक बराज के जलस्तर की प्रॉपर निगरानी एवं प्रत्येक दो घंटे के अंतराल पर पानी डिस्चार्ज से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि जरूरतमंदों के बीच पॉलीथिन शीट्स का वितरण अविलंब कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर किसी गांव/पंचायत में ठनका गिरने से किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो इसकी सूचना अविलंब आपदा प्रबंधन शाखा को दें और निर्देशानुसार मृत व्यक्ति के आश्रित को 24 घंटे के अंदर मुआवजा राशि का भुगतान करना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही वज्रपात (ठनका) की सूचना तुरंत पाने के लिए बिहार सरकार द्वारा डेवलप किये गये इन्द्रवज्र एप के बारे में आम जनों को अवगत करायें। जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि आपदा प्रबंधन विभाग, मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा जारी मौसम चेतावनी का प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सहित सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से जिलेवासियों को अवगत कराना सुनिश्चित किया जाए ताकि आमजन सजग और सतर्क रहते हुए अत्यधिक भारी वर्षा एवं वज्रपात आदि से सुरक्षित रह सके। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अंचलाधिकारी, संबंधित कार्यपालक अभियंता को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखेंगे तथा तटबंधों की नियमित निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि आंधी-तूफान के दौरान सड़कों पर पेड़ आदि गिर जाते हैं, जिससे आवागमन में बाधा पहुंचती है। सभी अंचलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि पेड़ गिरने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाय तथा त्वरित गति से यातायात व्यवस्था सुचारू करने की कार्रवाई करेंगे।
सभी अंचलाधिकारियों को निदेश दिया गया कि माईकिंग के माध्यम से आमजन को अत्यधिक भारी बारिश, तेज आँधी, वज्रपात से बचाव हेतु जागरूक करेंगे। किसानों एवं तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निवास करने, घरों में रहने आदि के संबंध में माइकिंग के माध्यम से जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सभी आश्रय स्थलों पर सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि फ्लड फाइटिंग कार्य से संबंधित सभी कार्यपालक अभियंता पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन करें। गत वर्ष आयी बाढ़ आपदा के समय सभी ने अच्छा कार्य किया है। ऐसे ही संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने के लिए अपना बेस्ट दें। फ्लड फाइटिंग टीम सभी आवश्यक संसाधनों के साथ हमेशा अलर्ट रहेगी तथा आवश्यकतानुसार फ्लड फाइटिंग कार्य सम्पन्न करायेगी। जिला आपदा प्रभारी को निदेशित किया गया कि मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी निदेश तथा संभावित बाढ़ के मद्देनजर एसडीआरएफ की टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ पूरी तरह अलर्ट मोड में रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि विषम परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा की जा सके। साथ ही सभी अंचलाधिकारियों को नाव, नाविकों आदि की समुचित व्यवस्था करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। कार्यपालक पदाधिकारी, विद्युत विभाग को आंधी-तूफान के दौरान बिजली पोलों, तारों पर पैनी नजर बनायें रखने को कहा गया है। अगर कोई बिजली पोल या तार क्षतिग्रस्त होता है तो अविलंब उसकी मरम्मति कर बिजली आपूर्ति सुचारू करें। साथ ही टीम का गठन कर जिले के सभी बिजली तारों एवं पोलों का मुआयना करने का भी निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। जिले वासियों से अपील करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा अत्यधिक भारी बारिश, मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर जारी अलर्ट को अत्यंत ही गंभीरता से लें। जिलेवासी उचित सावधानी एवं सुरक्षा के उपाय बरतें। बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसान तथा नागरिक पक्के घर में शरण लें। तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले व्यक्ति इस दौरान सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं। नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने पर सभी ऊँचे स्थानों पर आ जाएं। घरों में रहें, अपने तथा अपने परिवार के बचाव हेतु सतर्क रहें। बारिश-तूफान के दौरान अपने बच्चों को घरों में रखें, उन्हें बाहर नहीं जाने दें। किसान अपने मवेशियों को खुले में नहीं बांधे, सुरक्षित स्थानों पर रखें। बेतिया नगर निगम के नगर आयुक्त सहित सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि भारी बारिश, तेज आंधी, वज्रपात के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों में सभी संसाधनों के साथ टीम तैयार रखेंगे। साथ ही भारी बारिश के आलोक में जल निकासी की समुचित व्यवस्था करेंगे। समीक्षा के क्रम में नगर आयुक्त के द्वारा बताया गया कि नगर निगम, बेतिया द्वारा शहर के विभिन्न नालों की बड़े मशीनों के माध्यम से सफाई/उड़ाही कर जल निकासी करायी जा रही है। साथ ही अंधेरी-चुनरी, चन्द्रावत सहित अन्य नदी जहाँ शहर का पानी निकलता है, वहाँ भी अच्छे तरीके से सफाई की जा रही है ताकि शहर में जमा पानी को जल्द से जल्द निकाला जा सके। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री नदंकिशोर साह, अपर समाहर्ता-सह-जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, श्री अनिल राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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