भविष्य की चिकित्सा पद्धतियां विषय पर महामंथन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 5 जुलाई 2022

भविष्य की चिकित्सा पद्धतियां विषय पर महामंथन

  • डॉ. सोनल गोयल और डॉ. शैलेन्द्र को स्वस्थ भारत स्वास्थ्य दूत दंपत्ति सम्मान, देश के 15 चिकित्सक हुए स्वस्थ भारत स्वास्थ्य दूत से सम्मानित
  • रंग समीक्षक, लेखक अनिल गोयल की पुस्तक ‘कही खुलता कोई झरोखा’ का हुआ लोकार्पण

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नई दिल्ली/ स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र में विगत 8 वर्षों से काम कर रही संस्था स्वस्थ भारत इस वर्ष राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर देश के सेवाभावी चिकित्सकों को तीन श्रेणियों में सम्मानित किया। प्रथम श्रेणी में स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए रुमोटोलॉजी विभाग, एम्स नई दिल्ली की विभागाध्यक्ष डॉ. (प्रो.) उमा कुमार को डॉ. के.के. अग्रवाल स्वस्थ भारत उत्कृष्ट चिकित्सक सम्मान दिया गया। दूसरे श्रेणी में ऐसे दंपत्ति चिकित्सकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया हो, इस श्रेणी में मैक्स वैशाली के यूरोलॉजी, रोबोटिक्स एवंड किडनी विभाग के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र गोयल और उनकी पत्नी डेंटल सर्जन डॉक्टर सोनल गोयल को स्वस्थ भारत स्वास्थ्य दूत दंपत्ति सम्मान से सम्मानित किया गया। तीसरी श्रेणी में देश भर के उन चिकित्सकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने भारत के स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने और स्वास्थ्य जन जागरुकता को बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। इस श्रेणी में उन चिकित्सकों को भी शामिल किया गया है जिन्होंने कोविड काल में सेवा भाव का परिचय देते हुए उत्कृष्ट कार्य किए हैं। इस श्रेणी में स्वस्थ भारत स्वास्थ्य दूत सम्मान से सम्मानित होने वाले 15 चिकित्सक हैः 

1. वैद्य हितेश जानी, चेयरमैन, पंचगव्य क्लिनिकल रजीस्ट्री, गौ सेवा आयोग, गुजरात सरकार

2. डॉ. अमर सिंह आजाद, विशेषज्ञ, आहार से आरोग्य, पंजाब

3. डॉ. खदर वली, मिलेट मैन ऑफ इंडिया, मैसूर, कर्नाटक

4. श्री संत समीर, वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों के अध्येता, नई दिल्ली

5. डॉ. अनुपम नागर, वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक, वरदान अस्पताल, गाजियाबाद, यूपी

6. डॉ. मीना मिश्रा, चेयरपर्सन, ब्रेन बिहैवियर रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया,नई दिल्ली

7. डॉ. आर. कांत, वरिष्ठ होमियोपैथी चिकित्सक, निदेशक सिम्पैथी, नई दिल्ली

8. डॉ. पंकज अग्रवाल, वरिष्ठ होमियोपैथी चिकित्सक, निदेशक, अग्रवाल होमियो, नई दिल्ली

9. डॉ. सुशील भसीन, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन, नई दिल्ली

10. डॉ. जे.एल. मीणा, संयुक्त निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारत सरकार

11. डॉ. राजेश कुमार झा, क्रिटिकल केयर फिजिशियन एंड एनेसथिसियोलॉजिस्ट, बिहार

12. डॉ. एस. रघुनंदन, कोल्ड लेजर मैन ऑफ इंडिया, सीइओ, डॉ. नंदन स्पाइन केयर एंड अर्थराइटिस कोल्ड लेजर सेंटर्स, बंगलुरु

13. डॉ. हरीश गुप्ता, सदस्य एनएमसी एवं पूर्व अध्यक्ष दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन

14. डॉ. सुतपा बी. नियोगी, निदेशक, अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान संस्थान (आईआईएचएमआर), नई दिल्ली

15. डॉ. स्वाति सिंह राठौर, स्त्रि रोग विशेषज्ञ, गुरुग्राम

यह सम्मान दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में 2 जुलाई को चिकित्सक दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में दिया गया। ‘कोविड काल का अनुभव और भविष्य के लिए चिकित्सा पद्धतियां’ विषय पर आयोजित परिसंवाद की अध्यक्षता सोहम के संस्थापक डॉ. आर.के तुली ने किया, जबकि मुख्य वक्तव्य पद्मश्री जे.के.बजाज ने दिया। विशिष्ट वक्ता के रुप में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के सीइओ रवि दाधीच ने अपनी बात रखी जबकि प्रसिद्ध लोकगायिका विजया भारती ने संगीत और स्वास्थ्य विषय पर अपनी बात रखा। होमियोपैथी का पक्ष वरिष्ठ होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ. एक.के.गुप्ता ने रखा वहीं दूसरी ओर आयुर्वेद का पक्ष रखते हुए विषय प्रवेश अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डीन डॉ. (प्रो.) महेश व्यास ने कराया। कोविड काल में मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को प्रसिद्ध ब्रेन एनालिस्ट डॉ. आलोक कुमार ने रेखांकित किया।  सम्मानों की परिकल्पना से अवगत वरिष्ठ स्वास्थ्य पत्रकार धनंजय कुमार ने कराया जबकि डॉ. के.के.अग्रवाल के अवदानों पर दो शब्द उनकी पत्नी डॉ. वीना अग्रवाल ने रखा। संस्था से परिचय स्वस्थ भारत के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह ने कराया जबकि स्वागत उद्बोधन डॉ. विजय जौली और धन्यवाद ज्ञापन स्वस्थ भारत के संरक्षक एच.एन.शर्मा ने किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार एवं युगवार्ता के संपादक संजीव कुमार ने किया। इस अवसर पर मंद बुद्धि के लोगों पर आधारित उपन्यास ‘कहीं खुलता कोई झरोखा’ का लोकार्पण हुआ। इस पुस्तक के लेखक रंग समीक्षक, लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार अनिल गोयल हैं। इस पुस्तक से से परिचय प्रसिद्ध लेखक, कवि, नाटककार, कहानीकार और आलोचक प्रताप सहगल ने कराया। इस आयोजन के बारे में आयोजन के संयोजक और स्वस्थ भारत (न्यास) के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि उनकी संस्था का ध्येय है कि भारत स्वस्थ हो और इसके लिए जितनी भी चिकित्सा पद्धतियां हैं वे आपस में मिलकर जो बेहतर हो सकता है, जो जनहित में है वैसी सेवा दें।  गौरतलब है कि स्वस्थ भारत (न्यास) के यात्री दल ने दो बार स्वस्थ भारत यात्रा की है और भारत के स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र को समझने की कोशिश करने के साथ-साथ भारत की स्वास्थ्य संस्कृति को भी समझा है।

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