इंदौर में पाँच सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 1 अगस्त 2022

इंदौर में पाँच सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास

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इंदौर, 01 अगस्त, केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इंदौर में मध्यप्रदेश को 2300 करोड़ रूपये लागत की 5 सड़क परियोजनाओं की बड़ी सौगात दी। इसके साथ ही 119 किलोमीटर लंबी 5 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास एवं वन-वे साइड एमिनिटी का लोकार्पण भी किया। श्री गडकरी ने कहा है कि स्वराज को सुराज में बदलना हमारा मिशन है। चौतरफा विकास हम सबकी महती जवाबदारी है। इंदौर ही नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश और समूचे देश में अधो-सरंचनाओं का निर्माण तेजी से हो रहा है। यह हमारा जनता के प्रति उत्तरदायित्व है। जनता ने हमे जो दिया है, वह हम उन्हें लौटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सड़कों के निर्माण और इससे जुड़ी अधो-संरचनाओं तथा परिवहन संबंधी परियोजनाओं में नई और उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे जहाँ एक ओर लागत में बड़ी कमी आ रही है, वहीं दूसरी ओर गुणवत्ता में भी सुधार हो रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि निर्माण के क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों का भरपूर उपयोग किया जाए। इसके लिये जरूरी है कि विशेषज्ञों की मदद ले और बेस्ट प्रेक्टिसेस का अध्ययन किया जाए। श्री गडकरी ने कहा कि पर्यावरण सुधार की ओर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। प्रदूषण से मुक्ति के लिये वाहनों में ईंधन के गैर परम्परागत स्त्रोत का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे जहाँ एक ओर सस्ता ईंधन प्राप्त होगा, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण सुधार के साथ यात्रियों को भी कम किराया देना होगा। इसके लिये इलेक्ट्रिक, बायो गैस, बायो डीजल, ग्रीन हाईड्रोजन, बायो मिथेनॉल आदि गैर-पारम्परिक स्त्रोतों से संचालित वाहनों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तेजी से दुनिया बदल रही है, तो ऐसे वक्त में ट्रांसपोर्ट सेक्टर को भी तेजी से बदलना होगा। किसान को ऊर्जा दाता बनाना होगा। यह प्रयास करने की जरूरत है कि हम ऊर्जा का आयात करने वाला देश नहीं, बल्कि निर्यात करने वाला देश बनाए। नए विजन के साथ कार्य करें।


श्री गडकरी ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा सड़कों और इससे जुड़ी अधो-सरंचनाओं का तेजी से विकास हो रहा है। मध्यप्रदेश में भी इस दिशा में तेजी से काम हो रहे हैं। वर्ष 2014 के बाद अकेले मध्यप्रदेश में ही ढाई लाख करोड़ रूपये लागत के कार्य स्वीकृत, निर्मित तथा प्रगतिरत है। हमारा लक्ष्य है कि इसे बढ़ाकर वर्ष 2024 तक 4 लाख करोड़ रूपये कर दिया जायेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान के आग्रह पर मध्यप्रदेश में सड़क संबंधी विभिन्न विकास परियोजनाओं को मंजूरी देने की घोषणाएँ की। इसमें प्रमुख रूप से 20 फ्लाईओवर तथा 14 स्थलों पर रोप-वे संबंधी कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में गौरवशाली, वैभवशाली तथा समृद्धशाली देश का निर्माण हो रहा है। देश में हो रही विकास तथा प्रगति के कार्य किसी चमत्कार से कम नहीं है। अकल्पनीय चहुँमुखी विकास और प्रगति हो रही है। मध्यप्रदेश में भी विजन के साथ कार्य किये जा रहे है। केन्द्र सरकार से भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इंदौर विकास का इंजन है। आने वाले दस सालों में यह शहर बेंगलुरू और हैदराबाद को पीछे छोड़ देगा। श्री चौहान ने कहा कि इंदौर मेरे सपनों का शहर का है। इसके विकास में कोई कोर-कसर नहीं रखी जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारा सपना है कि परिवहन सेवा के लिये अब आसमान का उपयोग भी किया जाए। इसके लिये उन्होंने इंदौर में केबल कार के संचालन और पार्किंग के लिये मल्टीलेबल प्लाजा बनाने तथा बसपोर्ट की आवश्यकता बताई। श्री चौहान ने कहा कि विकास का एक विजन होता है। उसी विजन के अनुसार प्रदेश में चौतरफा विकास के काम हो रहे है। अकेले जो इंदौर में हुआ है, वह आज सबके सामने है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द चंबल के बीहड़ों से राष्ट्रीय राजमार्ग निकलेगा। बीहड़ जमीन पर इंडस्ट्री लगाई जाएंगी और नई टाउनशिप बनेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी से हमने जितनी सड़कें मांगी, उन्होंने कभी इंकार नहीं किया। केन्द्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के 52 जिले नेशनल हाई-वे से जुड़ गये है। केन्द्र सरकार के प्रयासों से यात्रियों को अब बेहतर सुविधाएँ मिल रही हैं। इंदौर की भी चौतरफा कनेक्टिविटी हो रही है। सड़कों का तेजी से विकास हो रहा है। इससे परिवहन सुधार के साथ धार-पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र को भी लाभ मिलेगा। सड़कों के निर्माण से उद्योग, व्यापार तथा रोजगार बढ़ेंगे।


प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि सड़कें विकास का मुख्य आधार है। प्रदेश में सड़क सहित बिजली, पानी आदि मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। सड़क निर्माण के लिये केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। सड़कों के विकास से प्रदेश की तस्वीर बदल रही है। गुणवत्तापूर्ण सड़कें बन रही है। इससे यातायात सुगम हो रहा है और यात्रियों को जाम से मुक्ति मिल रही है। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि आज इंदौर के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा गया है। इंदौर को एक बड़ी सौगात मिली है। उन्होंने इंदौर के विकास के लिये बनाये गये विजन डाक्यूमेंट के अनुसार विभिन्न विकास कार्य स्वीकृत करने का आग्रह केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी से किया। श्री गडकरी तथा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में सड़क अधो-सरंचनाओं के विकास संबंधी कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नीरज मण्डलोई ने परियोजनाओं की जानकारी दी। मध्यप्रदेश के शहरी क्षेत्रों में यातायात को सुगम बनाने एवं पर्यटकों को बेहतर कनेक्टिविटी देने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश में रोप-वे निर्माण योजना शुरू की जाएगी। इस योजना को मूल आधार देने के लिए आज केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में मध्यप्रदेश लोक निर्माण विभाग तथा भारत सरकार की कंपनी राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड के मध्य एम.ओ.यू साइन किया गया। रोप-वे निर्माण के लिये मध्यप्रदेश शासन द्वारा रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर उज्जैन, रामराजा मंदिर ओरछा, ग्वालियर किला से फूलबाग, कोकता से नादरा बस स्टैंड भोपाल व्हाया गोविंदपुरा, गोल जोड़ तिराहा (कोलार रोड) से न्यू मार्केट भोपाल, रहली पाटन मार्ग से टिकीटोरिया माता मंदिर रहली, मांडू प्रवेश द्वार से रूपमती महल, सिद्धवरकूट जैन मंदिर से राजेश्वर आश्रम ओमकारेश्वर, नर्मदा नदी तट से सेलानी टापू ओंकारेश्वर, रनेहफॉल से केन नदी तट खजुराहो, रायसेन पार्किंग से रायसेन किला, शिव मंदिर पार्किंग से चौरागढ़ शिव मंदिर पचमढ़ी, पातालकोट तामिया तथा अमरकंटक में दूध धारा से कपिल धारा स्थल चयनित किये गये है। एम.ओ.यू अनुसार जल्द ही शासन द्वारा फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने हेतु निविदा जारी की जायेगी। उल्लेखनीय है कि रोप-वे निर्माण से न केवल सस्टेनेबल डेवलपमेंट तथा पर्यावरण-संरक्षण पर फोकस करते हुए प्रदेश में ट्रांसपोर्ट का विकास किया जा सकेगा बल्कि इससे न्यूनतम भूमि अधिग्रहण, प्रदूषण नियंत्रण तथा कार्बन फुटप्रिंट कम करने जैसे लक्ष्यों की भी पूर्ति होगी। मध्यप्रदेश लोक निर्माण विभाग की ओर से शशांक मिश्रा और एन.एच.ए.आई. की ओर से श्री प्रकाश गौड़ ने एम.ओ.यू. पर साइन किए। जल-संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़, देवास सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी, नव-निर्वाचित महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, अंत्याव्यवसायी निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर सहित विधायक, जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।

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