बंगलादेश हमारा बहुमूल्य भागीदार है : जयशंकर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 13 अगस्त 2022

बंगलादेश हमारा बहुमूल्य भागीदार है : जयशंकर

bangladesh-our-valuable-partner-jaishankar
बेंगलुरु, 13 अगस्त, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को बंगलादेश को बहुत ही मूल्यवान भागीदार बताया और कहा कि भारत उसके साथ संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री जयशंकर ने यह बातें चीन और ताइवान के बीच तनाव के मद्देनजर बंगलादेश के "वन चाइना" स्टैंड पर टिप्पणी करते हुए कही। उन्होंने पीईएस विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, "बंगलादेश एक संप्रभु देश है। उनके अपने हित हैं। उनका अपना दृष्टिकोण है। वे (चीजें) अपने हित में और अपने फैसले के अनुसार करेंगे।" उन्होंने कहा, "बंगलादेश के साथ हमारे संबंध बहुत खास हैं। हमारे लिए बंगलादेश एक बहुत ही मूल्यवान भागीदार है और हम स्पष्ट रूप से उस रिश्ते को बढ़ावा देने के लिए बहुत गहराई से प्रतिबद्ध हैं।" श्री जयशंकर ने बंगलादेश के साथ संबंध सुधारने के लिए मोदी सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि बंगलादेश के साथ भूमि सीमा समझौते से भारत को कनेक्टिविटी के मामले में भारी लाभ हुआ है। उन्होंने कहा, "रिश्ते हमेशा उतने अच्छे नहीं रहे, जितने आज हैं। अतीत में बंगलादेश के साथ हमारे संबंधों में समस्याएं रही हैं।" उन्होंने कहा, "लेकिन अगर हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आठ साल की सरकार को देखें और अगर कोई मुझसे विदेश नीति में शीर्ष पांच उपलब्धियों या यहां तक ​​कि शीर्ष तीन उपलब्धियों को चुनने के लिए कहता है, तो बंगलादेश के साथ हमने जो भूमि सीमा समझौता किया था, उसे चुनूंगा। उन्होंने कहा, "इससे हमें सीमा तनाव को स्थिर करने और कनेक्टिविटी बनाने के मामले में बहुत लाभ हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से पूर्वोत्तर में आतंकवादी की समस्या समाप्त हुई और कानून-व्यवस्था बहाल हुयी।”

कोई टिप्पणी नहीं: