पटना, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के भारत पर्यटन, पटना कार्यालय में हिंदी पखवाडा (14-30 सितम्बर 2022) के तहत आज ‘सरकारी कामकाज में हिंदी को और कैसे आगे बढ़ायें’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंदीय संचार ब्यूरो के निदेशक दिनेश कुमार ने भारत पर्यटन, पटना कार्यालय के निदेशक वाई नीलकंठम और पत्र सूचना कार्यालय पटना(पीआईबी) के सहायक निदेशक संजय कुमार के साथ संयुक्त रुप से किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए केंदीय संचार ब्यूरो के निदेशक दिनेश कुमार ने कहा कि हिंदी हमारे कामकाज की भाषा है। जनता इसे पढ़ती, समझती एवं बोलती है। इसलिए इसका मानकीकरण कर इसे संचार के तौर पर प्रयोग करते हुए राजभाषा बनाया गया। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारे स्वाभिमान और गर्व की भाषा है। लेकिन हमें देखना होगा कि हिंदी के प्रयोग को लेकर हम कहाँ पिछड़ रहे है। साथ ही इस बात का भी चिंतन होना चाहिए कि राजभाषा हिंदी के प्रयोग व् उपयोग का और विस्तार कैसे किया जाये। श्री कुमार ने सरकारी कार्य में हिंदी के प्रयोग को सरल, सुगम और सहज बनाये जाने की जरूरत पर बल दिया। मौके पर भारत पर्यटन, पटना कार्यालय के निदेशक वाई नीलकण्ठ ने कहा कि हिंदी लिखना-बोलना हमारे लिये गर्व की बात है। हिंदी दिवस की शुरुआत 14 सितंबर 1953 से की गई है। भारत की सबसे अधिक बोले जाने वाली यह भाषा है। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा के प्रति पूरे भारतवर्ष में जागरूकता फैलाने के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकारी कामकाज में ज्यादा से ज्यादा हिंदी का प्रयोग हो इस बात का ख्याल सभी को करना चाहिए। कार्यशाला को संबोधित करते हुये पत्र सूचना कार्यालय पटना (पीआईबी) के सहायक निदेशक संजय कुमार ने कहा कि हिंदी भाषा सरल और सहज है यह जहाँ आम लोगों के बीच संचार कायम करने के लिए प्रयोग होता है वहीं सरकारी कार्य में भी। उन्होंने कहा कि हिंदी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को, एक प्रान्त या राज्य को दूसरे प्रान्त व राज्यों से जोड़ती है। यह आपसी संवाद कायम करने का सरल-सहज माध्यम है। कार्यशाला को भारत पर्यटन, पटना कार्यालय के अधिकारी अमित सहित पर्यटन एसोसिएशन ऑफ बिहार के कई सदस्यों ने भी संबोधित किया।
बुधवार, 21 सितंबर 2022
पटना : हिंदी पखवाड़ा के तहत कार्यशाला का आयोजन
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