कन्याकुमारी (तमिलनाडु) 07 सितंबर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि आज राष्ट्र की एकता के प्रतीक तिरंगे, देश की एकता तथा अखंडता पर भाजपा और आरएसएस की नीतियों का ज़बरदस्त खतरा मंडरा रहा है और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इसका एक मात्र जवाब है इसलिए हर नागरिक के इस यात्रा से जुड़ने की सख्त ज़रूरत है। श्री गांधी ने बुधवार को यहां एक विशाल जनसभा में 3500 किलो मीटर से लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर करारा हमला करते हुए कहा कि उनकी नीतियां देश को तोड़ने वाली है और इसी वजह से देश आज गंभीर संकट में फंस गया है इसलिए उसे मजबूत बनाने के मकसद से ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का आयोजन किया गया है। उनका कहना था कि भाजपा और आरएसएस के कारण असज फिर अंग्रेजों के जमाने की स्थिति बन गई है। ब्रिटिश काल में ईस्ट इंडिया कंपनी ने जिस तरह से विभाजसन की नीति अपनाकर देश को गुलाम बनाया उसी तरह से भाजपा-आरएसएस की नीतियां भी कुछ उद्योगपतियों को साथ लेकर उसी सिद्धांत का पालन करते हुए देश की एकता और अखंडता के लिए चुनौती बन गये हैं। उन्होंने कहा की भाजपा के शासन में कुछ गिने-चुने उद्योग पतियों को देश के बंदरगाह, हवाई अड्डे, ऊर्जा केंद्र आदि बेचे जा रहे है और यह काम बहुत व्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है। गरीबों किसानों और कारोबारियों पर सटीक तरीके से हमला कर उन्हें कमजोर बनाने का काम हो रहा है। उनका कहना था कि सबसे दुर्भाग्य की बात यह है कि देश के मीडिया पर इन उद्योगपतियों का कब्जा है और वे जो चाहते हैं वही टीवी पर दिखाते हैं और देश के समक्ष जो संकट है दबाव में देश का मीडिया उसे नजरअंदाज कर जाता है। तिरंगे को राष्ट्र की आन, बान और शान बताते हुए उन्होंने कहा कि तिरंगे में राष्ट्र के हर नागरिक, हर जाति, धर्म, समुदाय के लोगों की आत्मा बसती है लेकिन भाजपा-आरएसएस ने राष्ट्रध्वज को भी निजी संपत्ति मान लिया है इसलिए राष्ट्रीय एकता का प्रतीक तिरंगा संकट में है। भारत की संस्थाएं इस झंडे को संरक्षित करती हैं लेकिन आरएसएस और भजपा की नीतियां इसके लिए चुनौती बन रही है। सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसे संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल कर आम जनता की आवाज उठाने वाले विपक्ष को सताने के लिए किया जा रहा है लेकिन उन्हें समझ लेना चाहिए कि हम भारतीय हैं और हम इस तरह के प्रयासों से डरते नहीं है और भाजपा के किसी भी हथकंडे से वे डरने वाली नहीं है।
श्री गांधी ने कहा कि देश में हर संस्था का बेजा इस्तेमाल हो रहा है और हर प्रतीकों पर हमला किया जा रहा है तथा हर वर्ग, हर समुदाय एवं हर संस्था पर हमला होता है तो यह हमला राष्ट्र की एकता के प्रतीक तिरंगे पर ही होता है। भाजपा आजादी के प्रतीक, हर वर्ग, समुदाय, धर्म और जाति के प्रतीक तिरंगे को निशाना बना रही है तथा उसे इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण न सिर्फ राष्ट्र राष्ट्र के संस्थानों और प्रतीकों पर संकट आ गया है बल्कि देश पर आर्थिक संकट भी गहरा गया है। बेरोजगारी चरम पर है और जरूरी वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है। देश की जनता को इस संकट से निकालने का कोई प्रयास नहीं हो रहा है। छोटे कारोबारियों के कारोबार खत्म हो गये है, किसानों की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है और युवा तथा जन सामान्य बढ़ती महंगाई के कारण मुश्किल दौर से गुजर रहा है। इससे पहले इस समारोह को संबोधित करते हुए भारत जोड़ो यात्रा के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने लोगों से इस यात्रा से जुड़ने और इसमें सक्रिय सहयोग देने का आह्वान किया और कहा कि इससे भाजपा आरएसएस की साजिशों करारा जवाब दिया जा सकेगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जिस कन्याकुमारी से स्वामी विवेकानंद को विश्व में भारत का परचम लहराने की शक्ति मिली उसी स्थल से आज भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कर कांग्रेस ने देश में परिवर्तनकारी पहल शुरू कर दी है। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि श्री राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सोच से भाजपा परेशान है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने तमिल में अपना भाषण देते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा आज़ादी का दूसरा आंदोलन है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में जो नफरत और घृणा का माहौल है इस यात्रा के जरिए उसे तोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश की एकता के लिए नफरत के कारण शहीद हुए है और उस नफरत एवं घृणा को भारत जोड़ो यात्रा के जरिए मिटाना है।
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