नयी दिल्ली, 08 सितंबर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत-प्रशांत आर्थिक फोरम (आईपीईएफ) भारत-प्रशांत क्षेत्र को व्यापार के लिए सुरक्षित और खुला रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का कार्य करेगा। श्री गोयल शुक्रवार को लास एंजिल्स में आईपीईएफ की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेंगे। श्री गोयल ने कहा है कि आईपीईएफ विशेष रूप से, चुनौतियों और कठिन समय के दौरान व्यापार को सुगम बनाने तथा आपूर्ति श्रृंखलाओं को खुली रखने पर ध्यान केंद्रित करेगा। उनके पास उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्रालय का भी प्रभार है । वह आईपीईएफ और कुछ अन्य बैठकों के सिलसिले में इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक अमेरिका में सान फ्रांसिस्को में अपने अपने पहले चरण के कार्यक्रमों को सम्पन्न कर के श्री गोयल भारत-प्रशांत आर्थिक फोरम (आईपीईएफ), अमेरिका- भारत रणनीतिक साझीदारी फोरम (यूएसआईएसपीएफ) बैठक तथा अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आज लॉस एंजिल्स पहुंच रहे हैं। इससे पहले श्री गोयल ने अपनी यात्रा के प्रथम चरण के कार्यक्रमों के तहत ‘भारतवंशियों’ के साथ एक बैठक में भाग लिया । विज्ञप्ति के अनुसार आईपीईएफ की बैठक से पूर्व मीडिया के साथ परस्पर बातचीत करते हुए श्री गोयल ने कहा , ‘ आईपीईएफ में चर्चा सदस्य देशों के साथ एक-दूसरे की साझीदारी में काम करने के अवसरों को खोलने पर केंद्रित रहेगी जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विशेष रूप से, चुनौतियों और कठिन समय के दौरान आपूर्ति श्रृंखलाएं खुली रहें और देशों के व्यवसाय तथा लोग कोविड और संघर्ष जैसी अराजक स्थितियों के कारण प्रभावित न हों और भारत-प्रशांत क्षेत्र व्यवसाय के लिए सुरक्षित तथा खुला रह सके।”
श्री गोयल ने आईपीईएफ को एक नई तथा अनूठी पहल बताते हुए कहा कि यह नियम- आधारित,पारदर्शी आर्थिक प्रणालियों वाले समान विचारधारा वाले देशों एक साझीदारी बताया है। क्षेत्र में चीन की गतिविधियों से उत्पन्न तनाव के बीच श्री गोयल ने कहा, “ आईपीईएफ यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र व्यवसाय के लिए सुरक्षित और खुला बना रहे।” उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे आईपीईएफ देशों के साथ व्यापारिक संबंधों का विस्तार होगा, भारत से तथा भारत में, दोनों प्रकार के निवेशों में तेजी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कल बैठक में भाग लेने वाले सभी देशों के पास व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी के मामले में एक-दूसरे को प्रस्तुत करने के लिए बहुत कुछ है और हम सभी मोर्चों पर मिल कर काम करेंगे। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए श्री गोयल ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच बहुत अच्छे और मजबूत व्यापारिक संबंध हैं। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है और कई भारतीय कंपनियां अमेरिका में अपने क्षेत्र की कंपनियों के लिए बहुत काम करती हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका से भारत में काफी निवेश हो रहा है। श्री गोयल ने सान फ्रांसिस्को में अपने कार्यक्रमों के दौरान भारतीय कंपनियों के साथ और अधिक सहयोग बढ़ाने के लिए सेमीकंडक्टर क्षेत्र की शीर्ष विनिर्माता कंपनियों और प्रयोगशालाओं के साथ भी परस्पर बातचीत की। उन्होंने लैम रिसर्च के सीईओ श्री टिम आर्चर के साथ मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट किया ‘‘युवा और कुशल कार्यबल के हमारे पूल के आधार पर हमने चर्चा की कि किस प्रकार लैम रिसर्च का सहयोग हमें भारत में सेमीकंडक्टर नवोन्मेषण में अग्रणी स्थिति प्राप्त करने में मदद कर सकता है।’’ इसके बाद, श्री गोयल ने मेडैन टेक्नोलॉजी सेंटर का दौरा किया और ऐप्लायड मैटेरियल्स के अध्यक्ष और सीईओ श्री गैरी डिकर्सन से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया ‘‘हमने इस पर विचार किया कि किस प्रकार विश्व की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियां भारत के सेमीकंडक्टर एवं सोलर विनिर्माण परितंत्रों को और अधिक सुदृढ़ बना सकती हैं।’’
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें