बिहार : हिन्दी पखवाड़ा - 2022 का शुभारंभ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 14 सितंबर 2022

बिहार : हिन्दी पखवाड़ा - 2022 का शुभारंभ

hindi-week
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 14.09.2022 को हिंदी दिवस के आयोजन के साथ हिन्दी पखवाड़ा-2022 समारोह का शुभारंभ हुआ । कार्यक्रम का शुभारंभ  संस्थान के निदेशक डॉ. आशुतोष उपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया | संस्थान के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिंदी दिवस के सुअवसर पर बधाई देते हुए डॉ. उपाध्याय ने बताया कि हमारा संस्थान ‘क’ क्षेत्र में आता है | यह हमलोगों की अनन्य जिम्मेदारी है कि हम अपने सभी कार्यालयीन कार्य 100% हिंदी में ही करें, ताकि राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा कर सकें | उन्होंने सभी वैज्ञानिकों को सरल हिंदी का प्रयोग करते हुए कृषि से संबंधित तकनीकों को संकलित एवं प्रकाशित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया | डॉ. अनिल कुमार सिंह, उपाध्यक्ष, संस्थान राजभाषा कार्यान्वयन समिति ने संस्थान के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिंदी दिवस के सुअवसर पर बधाई देते हुए राजभाषा के महत्त्व पर चर्चा की | उन्होंने हिंदी पखवाड़ा के दौरान संस्थान में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के बारे बताया । इसके अतिरिक्त, उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि संस्थान के सभी वैज्ञानिकों को यह कोशिश करनी चाहिए कि वे जो भी प्रकाशन का कार्य करे, वे यथासंभव हिंदी में हो, ताकि हमारे देश के किसानों को इनका लाभ मिल सके |  कार्यक्रम के दौरान डॉ. उज्ज्वल कुमार, प्रभागाध्यक्ष, सामाजिक-आर्थिक एवं प्रसार; डॉ. ए.के. चौधरी, प्रभागाध्यक्ष, फसल अनुसंधान; डॉ. अभय कुमार, प्रधान वैज्ञानिक; डॉ. नरेश चन्द्र, प्रधान वैज्ञानिक; डॉ. शंकर दयाल, प्रधान वैज्ञानिक एवं श्री रजत कुमार, वित्त एवं लेखाधिकारी ने भी राजभाषा पर अपने विचार व्यक्त किए | श्रीमती प्रभा कुमारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने मंच का संचालन किया एवं श्री पुष्पनायक, सदस्य सचिव, संस्थान राजभाषा कार्यान्वयन समिति ने धन्यवाद ज्ञापन किया |

कोई टिप्पणी नहीं: