बेतिया: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153 जयंती पर उनकी प्रतिमा पर किया गया माल्यार्पण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 3 अक्तूबर 2022

बेतिया: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153 जयंती पर उनकी प्रतिमा पर किया गया माल्यार्पण

  • गांधीजी के आदर्शों एवं विचारों को जीवन में उतारने का सभी को लेना चाहिए संकल्प : जिलाधिकारी

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बेतिया. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153 जयंती के अवसर पर आज हरिवाटिका चौक स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर जिला प्रशासन द्वारा माल्यार्पण किया गया तथा उन्हें नमन किया गया. इस अवसर पर डीआईजी, चम्पारण रेंज, श्री प्रणव कुमार प्रवीण, जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेंद्र नाथ वर्मा, अपर समाहर्त्ता, श्री राजीव कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधिगण द्वारा बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी तथा देश की आजादी में उनके अतुलनीय योगदान को याद करते हुए सराहा गया. माल्यार्पण के उपरांत जिलाधिकारी ने कहा कि देश की आजादी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अतुलनीय भूमिका रही है. महात्मा गांधी के विचारों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान किया जाता है.इसलिए दुनियाभर में हर साल 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि गांधीजी अंग्रेजों से आजादी के साथ-साथ समाज में फैली बुराइयों जैसे छुआछूत, शराब के भी घोर विरोधी थी. हमें गांधीजी के विचारों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए.बापू के आदर्शों एवं उनके विचारों के अनुश्रवण का संकल्प सभी को लेना चाहिए. बापू के विचारों और उनके सिद्धान्तों को आगे बढ़ाने का कार्य सभी को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पश्चिमी चंपारण के इतिहास में भी महात्मा गांधी का नाम स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है. 15 अप्रैल, 1917 ई0 को चम्पारण की धरती पर महात्मा गांधी का आगमन हुआ तथा उनके नेतृत्व में नील आंदोलन चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप नीलहों के अमानवीय अत्याचार से चम्पारण के किसानों को मुक्ति मिली.इसी के साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ चम्पारण सत्याग्रह के माध्यम से भारतीय स्वाधीनता संग्राम की मजबूत आधारशिला रखा

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