बिहार : 2887 में से 2808 लोगों ने कहा जन सुराज एक राजनीतिक पार्टी बने - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 13 नवंबर 2022

बिहार : 2887 में से 2808 लोगों ने कहा जन सुराज एक राजनीतिक पार्टी बने

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बेतिया, पश्चिम चंपारण, जन सुराज पदयात्रा के 43वें दिन आज बेतिया के एम जे के कॉलेज में जिला अधिवेशन का आयोजन हुआ। अधिवेशन में पश्चिम चंपारण जिले के 18 प्रखंडों के हजारों लोग शामिल हुए। आज के अधिवेशन में जन सुराज के पार्टी बनने पर आम सभा के दौरान मतदान हुआ और सभी के सामने मतों की गिनती भी हुई। मतदान का नतीजा लगभग एकतरफा रहा। मतदान में कुल 2887 लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें से 2808 लोगों ने जन सुराज अभियान को एक राजनीतिक दल बनने के पक्ष में वोट दिया। सिर्फ 89 लोगों ने राजनीतिक दल बनने के विपक्ष में वोट किया। आज के इस अधिवेशन में पश्चिम चंपारण जिले के जन सुराज से जुड़े सभी 18 प्रखंडों से हजारों लोग इस कार्यक्रम के हिस्सा बनें। कार्यक्रम की शुरुआत वोटिंग से हुई। इसके बाद मंच पर विशिष्ट अतिथियों का आगमन और संबोधन हुआ। इसके पश्चात प्रशांत किशोर ने जन सुराज की सोच और विजन के बारे में अपनी बातों को रखा। उनके संबोधन के बाद राजनीतिक दल बनने के सवाल पर हुए मतदान की गिनती हुई। 


जनता एक बार जाग गई तो महागठबंधन-भाजपा का पत्ता साफ हो जाएगा

प्रशांत किशोर ने पश्चिम चंपारण के कोने कोने से आए हजारों लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "मेरा सपना बिहार का मुख्यमंत्री बनना नहीं है, मेरा सपना है कि अपने जीवन में ऐसा बिहार बिहार देख सकूं जहां मुंबई, गुजरात से लोग काम करने बिहार आएं। लोग कह रहे हैं कि आपने बहुत कठिन काम ले लिया है, यह कैसे संभव होगा। बिहार में इतनी जाति, बाहुबल, पैसा है, पहले से समीकरण है। तो मैं आपको बता देता हूं कि हम केवल यहां लड़ने नहीं आए हैं हम यहां लड़कर जीतने आए हैं। आगे उन्होंने कहा की अभी मुझे केवल 40 दिन हुए हैं और राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि किसका वोट कटेगा महागठबंधन का वोट कटेगा या भाजपा का वोट कटेगा। तो मैं आपको बता दूं कि जनता अगर एक बार जाग गई तो दोनों को काटकर अलग कर देगी।"

 

बिहार की राजनीति को मोतियाबीन नही, मोदीयाबीन हो गया है

जन सुराज पदयात्रा अधिवेशन में जनता के समक्ष राजनीतिक प्रहार करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में मोदीयाबीन का बहुत गहरा असर है। साथ ही जनता से अपील करते हुए प्रशांत किशोर ने लोगो को मोदीयाबीन वाली राजनीति से निकलना चाहिए। ये भी याद रखना है कि अपराध वाला जंगल राज भी फिर से नहीं आने नहीं देना है और जो अफसरशाही का नया जंगल राज नीतीश कुमार ने बनाया है, इसका भी समापन करना है। तीनों को खत्म करना है। ये जनता की सरकार बननी है, प्रशांत किशोर की नहीं।


बड़ा केक बनेगा तो सब का हिस्सा बड़ा होगा

बिहार के युवाओं को रोजगार देने की प्राथमिकता पर प्रशांत किशोर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम बिहार में इतनी नौकरियां पैदा कर देंगे कि आरक्षित और अनारक्षित वर्गों से आने वाले सभी युवाओं को मौका मिलें। आगे उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति यह है कि नौकरी उपलब्ध नहीं और जो सीमित नौकरियां हैं उसके लिये आपसी संघर्ष बहुत है। इसी बात का फायदा लेते हुए नेता आपको ठगते हुए हर बार कह देते हैं कि हमें वोट दे दीजिए हम आपको नौकरी दिलवा देंगे और फिर आप उनके बंधुआ मजदूर बन जाते हैं। इसलिए जब रोजगार का बड़ा केक बनेगा तो उसमें सभी वर्गों का हिस्से भी बड़ा होगा।

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