जनता एक बार जाग गई तो महागठबंधन-भाजपा का पत्ता साफ हो जाएगा
प्रशांत किशोर ने पश्चिम चंपारण के कोने कोने से आए हजारों लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "मेरा सपना बिहार का मुख्यमंत्री बनना नहीं है, मेरा सपना है कि अपने जीवन में ऐसा बिहार बिहार देख सकूं जहां मुंबई, गुजरात से लोग काम करने बिहार आएं। लोग कह रहे हैं कि आपने बहुत कठिन काम ले लिया है, यह कैसे संभव होगा। बिहार में इतनी जाति, बाहुबल, पैसा है, पहले से समीकरण है। तो मैं आपको बता देता हूं कि हम केवल यहां लड़ने नहीं आए हैं हम यहां लड़कर जीतने आए हैं। आगे उन्होंने कहा की अभी मुझे केवल 40 दिन हुए हैं और राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि किसका वोट कटेगा महागठबंधन का वोट कटेगा या भाजपा का वोट कटेगा। तो मैं आपको बता दूं कि जनता अगर एक बार जाग गई तो दोनों को काटकर अलग कर देगी।"
बिहार की राजनीति को मोतियाबीन नही, मोदीयाबीन हो गया है
जन सुराज पदयात्रा अधिवेशन में जनता के समक्ष राजनीतिक प्रहार करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में मोदीयाबीन का बहुत गहरा असर है। साथ ही जनता से अपील करते हुए प्रशांत किशोर ने लोगो को मोदीयाबीन वाली राजनीति से निकलना चाहिए। ये भी याद रखना है कि अपराध वाला जंगल राज भी फिर से नहीं आने नहीं देना है और जो अफसरशाही का नया जंगल राज नीतीश कुमार ने बनाया है, इसका भी समापन करना है। तीनों को खत्म करना है। ये जनता की सरकार बननी है, प्रशांत किशोर की नहीं।
बड़ा केक बनेगा तो सब का हिस्सा बड़ा होगा
बिहार के युवाओं को रोजगार देने की प्राथमिकता पर प्रशांत किशोर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम बिहार में इतनी नौकरियां पैदा कर देंगे कि आरक्षित और अनारक्षित वर्गों से आने वाले सभी युवाओं को मौका मिलें। आगे उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति यह है कि नौकरी उपलब्ध नहीं और जो सीमित नौकरियां हैं उसके लिये आपसी संघर्ष बहुत है। इसी बात का फायदा लेते हुए नेता आपको ठगते हुए हर बार कह देते हैं कि हमें वोट दे दीजिए हम आपको नौकरी दिलवा देंगे और फिर आप उनके बंधुआ मजदूर बन जाते हैं। इसलिए जब रोजगार का बड़ा केक बनेगा तो उसमें सभी वर्गों का हिस्से भी बड़ा होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें