पटना: अगर हौसलों में दम हो और मन में परोपकार का भाव तो शारीरिक अक्षमता भी आपके रास्ते नहीं आ सकती। कुछ ऐसा ही जज्बा मोहम्मदपुर, जानीपुर (पटना) निवासी आदित्य शर्मा में नजर आया। सड़क दुर्घटना की वजह से अपना एक पैर गंवाने वाले दिव्यांग आदित्य शर्मा को जब "प्रबोध जन सेवा संस्थान" के मुख्य सहयोगी ग्राम अब्बूपुर लोदीपुर (पटना) निवासी रक्तवीर पिंटू शर्मा जी के द्वारा यह बताया गया की हमारे टीम में नौबतपुर निवासी रक्तवीर कुंदन सिंह जी के द्वारा दुल्हिन बाजार, पालीगंज (पटना) निवासी लालसा देवी का केस आया है। जो एम्स, पटना में इलाजरत है जिन्हें तत्काल रक्त की जरूरत है। जैसे ही यह जानकारी रक्तदाता आदित्य शर्मा को ज्ञात हुआ उन्होंने तत्काल रक्तदान करने की इच्छा जाहिर करते हुए एम्स, पटना पहुंच गए। रक्तदान उपरांत उन्होंने कहा- रक्तदान-जीवनदान है। अपना खून देकर किसी की जिंदगी बचाने से बड़ा पुण्य का काम कोई दूसरा नहीं। इंसान ने कई तरह के कृत्रिम अंग तो बना लिए, लेकिन खून को लैब में आज तक नहीं बनाया जा सका। इसकी जरूरत के लिए इंसान आज भी स्वैच्छिक डोनर पर ही निर्भर है।
गुरुवार, 22 दिसंबर 2022
बिहार : दिव्यांग आदित्य शर्मा ने पहली बार रक्तदान कर बचाई जान
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