- जन सुराज पदयात्रा: 84वां दिन
बिहार की ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था में पढ़कर और पिल्लू वाली खिचड़ी खाकर आपका बेटा कभी कलक्टर नहीं बनेगा
जन सुराज पदयात्रा के दौरान कौड़िया एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आप जब तक जात और धर्म के आधार पर वोट देते रहेंगे तब तक आपका विकास कभी नहीं होगा। आप पुलवामा के नाम पर वोट देंगे तो आपको आपके हक का पेंशन भी नहीं मिलेगा और ये आपके कर्मों का नतीजा होगा। बिहार के जवान आज पढ़ लिख कर घर में बेरोजगार बैठा और बिहार का परिवार जात-पात खोजने में लगा है। आज लालू जी का बेटा दसवीं भी पास नहीं किया है और उनको चिंता है की मेरा बेटा मुख्यमंत्री कैसे बन जाए। बिहार की जनता जात और धर्म में ही उलझी रह जाती है। लालू-नीतीश ने अपने राज में पूरे बिहार की शिक्षा व्यवस्था पिछले 32 साल में पूरा ध्वस्त कर दिया है। पिल्लू लगे खिचड़ी स्कूल में बच्चों को बाटा जा रहा है और उसको खा कर आपका बच्चा कलक्टर बनेगा? नहीं! अगर यही स्थिति रही तो मजदूरी के अलावा आपका बच्चा कुछ नही करेगा।
बिहार की किस्मत सिर्फ अच्छे जनप्रतिनिधि ही बदल सकते हैं
जन सुराज पदयात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में पहले ही 50 नेता दल बना कर बैठे हैं, जो भी नेता आता है वो दल बना कर बैठ जाता है। वो सोचते हैं कि हम हैं आपके नेता और हमारे बाद हमारा बेटा होगा। यह जानते हुए भी कि ऐसे दल ना कभी आपका भला कर सकते हैं ना भला सोच सकते हैं। जनता भी सब जानते हुए उन्हें वोट देती है। अगर यही हाल रहा तो बिहार की आने वाली पीढ़ी की भी जिंदगी इसी बदहाली और गरीबी में बीतेगी। बिहार को कोई सुधार सकता है तो वो ख़ुद बिहार के लोग हैं। बिहार को सुधारने के लिए मंगल ग्रह से लोग नहीं आयेंगे। बिहार तब सुधरेगा जब 5-6 हज़ार अच्छे ईमानदार आदमी मुखिया और 100 से 150 अच्छे लोग विधायक बनेंगे। बिहार में केवल मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री बदलने से बिहार नहीं बदलने वाला है।
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