- प्रश्नपत्र लीक, धांधली, अपरादर्शिता, बहालियों में संगठित भ्रष्टाचार आदि के प्रति गंभीर हो महागठबंधन सरकार
![cpi-ml-kunal](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgM8n7HTwAkXp5DGLW9zKupPvqTnJ150XhSa4wW8iiY4nMhk6fzr-7fhXE-o_QLdxatgCP_jmrp6BER8Gy9CNV7NJVMOLHSP_76DYYMoHbBD_RAO-ExX48d0aVhI_1dkjRRBFicS7zdd1jNgochuRjkJsk6GDwM8FDIm1BOcHlItKyiWy1M5aiaMid5zA/w320-h217/cpiml_kunal.jpg)
पटना 27 दिसंबर, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने बीएसएससी परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में गहरी चिंता व्यक्त की है. कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि बिहार में प्रश्न पत्र लीक का मामला एक पैटर्न ही बनता जा रहा है. शायद ही कोई परीक्षा हो जिसमें इस तरह के मामले सामने नहीं आते हों. यह बिहार के छात्र-युवाओं के भविष्य के साथ घोर मजाक है. हम बीएसएससी परीक्षार्थियों की मांग का समर्थन करते हुए तीनों पालियों की परीक्षा स्थगित करने और नए तरीके से पारदर्शी परीक्षा लेने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र लीक के अलावा धांधली, अपारदर्शिता व भ्रष्टाचार परीक्षाओं में आम बात हो गई है. कभी प्रश्न पत्र लीक होता है, कभी परीक्षा के बीच नियमावली बदल दी जाती है तो कभी कोर्ट में मामला उलझा दिया जाता है. इस प्रकार हर बहाली में बेमतलब का सालों का समय लगता है. बारंबार प्रयासों के बावजूद सातवें चरण की शिक्षक बहाली की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो सकी है. यह समझ से परे है कि सरकार को शिक्षक बहाली की प्रक्रिया शुरू करने में क्या दिक्कत है? छात्र-युवा समुदाय रोजगार के लिए दिन-रात जीतोड़ मिहनत करते हैं, लेकिन सरकार के इस रवैये के कारण उनके अंदर क्षोभ पनप रहा है. हमारी पार्टी बिहार के युवाओं की मांगों के साथ पूरी तरह खड़ी है और उनके आंदोलन के हर तरह से समर्थन करती है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें