जंतर मंतर पर मिथिला राज्य धरना में 70 दिन 700 किमी पदयात्रा का धमाल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 9 दिसंबर 2022

जंतर मंतर पर मिथिला राज्य धरना में 70 दिन 700 किमी पदयात्रा का धमाल

Mithila-rajya-padyatra
जंतर मंतर दिल्ली:- अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति और मिथिलावासी के तरफ से जंतर मंतर दिल्ली पर धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन का नेतृत्व प्रो० अमरेन्द्र कुमार झा ने की. धरना की अध्यक्षता श्री अभय कुमार झा ने  और संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी ईंजीनीयर शिशिर कुमार झा ने की. दूरभाष पर धरना को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय अध्यक्ष डा० बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि सनातनी मिथिला राज्य की मांग करते हुये 100 साल से उपर हो गया. इस भौगोलिक क्षेत्र मे बंगाल से बिहार राज्य बना , जिससे अलग होकर उङीसा और झारखंड राज्य बन गया. अंतरराष्ट्रीय संयोजक प्रो० अमरेन्द्र झा ने कहा कि बिहारी शब्द मिथिला और मगध के अस्तित्व के लिये खतरा है. ईं० झा ने कहा कि मैथिलों के लिये बिहारी शब्द मिथिला के नैतिक पहचान, नैतिक मूल्य, सभ्यता -संस्कृति, भाषा और विकास में बाधक है. ईं० झा ने जनवरी 2023 से होनेवाले 70 दिन के 700 किमी पदयात्रा को मिथिला राज्य आंदोलन की विस्तृत जानकारी दी. अपने अध्यक्षीय भाषण में श्री अभय जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि 75 सालों में सभी मिल उद्योग धंधे बंद हो गये हैं जिसके कारण बेरोजगारी और पलायन में बेतहाशा वृद्धि हुई है. मिथिला राज्य अभियानी श्री रत्नेश्वर झा, प्रो० कन्हैया झा, आशीष कु० मिश्रा, कृष्ण चंद्र " हरिपुरिया ", भगवंत झा, विमलजी मिश्र, सजन झा ने कहा कि मिथिला सरकारी उपेक्षा के कारण गतिहीन और दिशाहीन हो गया है. शिक्षा और स्वास्थ्य के स्तर में तीव्र पतन हो रहा है. हीरालाल प्रधान और मदन कु० झा के नेतृत्व में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया.  प्रमुख मांगों में पृथक मिथिला राज्य, मैथिली में प्राथमिक शिक्षा, मिथिला का सर्वांगीण विकास के अलावा 35 सूत्रीय मांग है. जिसमें कोशी नदी पर हाईडैम बनाकर बाढ़ का स्थायी निदान, एम्स- आईआईटी- आईआईएम- आईटी पार्क की स्थापना, मैथिली में दूरदर्शन, हाईकोर्ट बेंच की स्थापना, बंद पङे चीनी मिल, जूट मिल, कागज मिल, सूत मिल को चालू कर बेरोजगारी और पलायन पर रोक एवं भारतीय आर्मी में मिथिला रेजिमेंट बनाना प्रमुख है. प्रमुख वक्ताओं में एडवोकेट के के कमल, श्रीमती मोनी वैदेही, पत्रकार संतोष झा एवं मिहिर झा, हरेकांत झा, नंदन झा, मनोज कर्ण, आशीष कर्ण, ललित चौधरी, अमरकांत राय, मिथिलेश झा ,चंद्रकांत यादव और पवन ठाकुर प्रमुख थे.

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