- प्रोफेसर झा के निधन से समाजशास्त्र के एक युग का आज अंत
दरभंगा 25 नवंबर, मिथिलांचल में समाजशास्त्र के जनक कहे जाने वाले उग्र नाथ झा का आज सुबह निधन हो गया। वे 88 वर्ष के थे । उन्होंने अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ा है। पैतृक गांव धर्मपुर.... बिदेश्वर स्थान में कल उनका दाह संस्कार होगा । बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रोफेसर झा के निधन से समाजशास्त्र के एक युग का आज अंत हो गया। सी एम कॉलेज दरभंगा में समाजशास्त्र की पढ़ाई जब 1961 में शुरू हुई प्रोफेसर झा व्याख्याता के रूप में नियुक्तहुए कालांतर में जब ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर स्तर पर समाजशास्त्र की पढ़ाई शुरू हुई तो 1975 में इन्हें वहां पदस्थापित किया गया। स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग से प्रोफेसर झा 30 नवंबर 97 को सेवानिवृत्त हुए। प्रोफेसर झा ने दर्जनों पुस्तकें लिखी है जिनमें पणजी व्यवस्था पर उनकी पुस्तक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोधार्थियों के लिए उपयोगी साबित हुआ है।
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