आनंदपुरी 5 दिसंबर - संपूर्ण विश्व में कृषी एवं खाद्य पर्यावरण जागृति लाने तथा कृषि में सुधार के लिए कई प्रयास हो रहे हैं। इसी संदर्भ में वागधारा गठित जनजातीय स्वराज सगठन माँडल आनंदपुरी आनंद पुरी छाजा , सक्षम महीला समूह,बालपंचायत , हर गाव में स्थापित ग्राम विकास एवं बाल अधिकार समिति के 100 गावो ग्रामजनो के सानिध्य में विश्व मृदा दिवस मिट्टी पुजन एवं आरती कर मनाया गया . वन्डा ग्राम के जनजातीय स्वराज संगठन माँडेल आनंदपुरी के सदस्य हरदार कटारा महाराज के करकमलो द्वारा अटल सेवा केन्द्र में मिट्टी पुजन किया गया वागधारा संस्था के क्षेत्रीय सहजकर्ता विकास मेश्राम ने कहा कि हर वर्ष 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में मिट्टी की उपयोगिता के प्रति जागरूक करना है। मिट्टी हमारे जीवन के लिए बहुत ही अहम है।मृदा के संरक्षण के लिए किसानों को शाश्वत जैविक खेती को अपनाकर आत्म विश्लेषण करते हुए मृदा स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है।क्योंकि जब मिट्टी स्वस्थ रहेगी तो उसमें उगने वाले सभी खाद्यान्न पौष्टिक होंगे। भारत कृषि प्रधान देश है। भारत की धरणी अध्यात्म की धरणी है और यहां की हवा पानी में अध्यात्म की खुशबू मिली हुई है। इस अनन्त सृष्टि में आत्मा, परमात्मा तथा प्रकृति का संबंध बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिवस के उद्देश्य के बारे में हरदार महाराज कटारा ने कहाँ की किसानों और आम लोगों में मिट्टी की गुणवत्ता के महत्व के बारे में जागरूक करना है। आज पूरे विश्व में जिस तरीके से किसान खेती बाड़ी में रसायन खादों का और कीड़े मारने की दवाइयों का इस्तेमाल कर रहा है उससे मिट्टी के गुणों में कमी आ रही है और उसकी उपजाऊ क्षमता भी गिर रही है तमाम तरह के प्रदूषण के कारण भी मिट्टी की गुणवत्ता में कमी आ रही है। आज हम सभी जानते हैं कि भोजन का 95 % मिट्टी से ही उत्पन्न होता है समय-समय पर वह अपनी खेतो की मिट्टी एवं उसकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अनेक उपाय भी करें । वन्डा ग्राम विकास एवं बाल अधिकार समिति के सदस्य वलमा कटारा ने कहाँ की आज अगर हम अपनी उपजाऊ जमीन की गुणवत्ता बढ़ा लेते हैं और बंजर जमीन को उपजाऊ बना लेते हैं तो यह एक बहुत बड़ा भोजन उपलब्ध कराने का ना केवल माध्यम बनेगा बल्कि धरती पर भोजन के अभाव में लोग भूखे नहीं सोएंगे ।आज किसानों के साथ हम सभी नागरिकों को भी अपने आसपास की मिट्टी को पॉलिथीन ,प्लास्टर ऑफ पेरिस ,आदि अनेक ऐसे तत्वों से बचाना चाहिए जिससे हमारी उपजाऊ जमीन बंजर नहीं बने।किसान खुशहाल तो देश खुशहाल रहेगा अतः मिट्टी का ख़्याल रखें। हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी हैं कार्यक्रम को सफल बनाने हेतू सहजकर्ता सुरेश पटेल ,कांता डामोर, भुरालाल पारगी, ललिता मकवाना, कैलास निनामा, उषा निनामा, ग्रामविकास बाल अधिकार समिति के अध्यक्ष सागरमल पारगी, रमेश कटारा, मोहन नारजी, दिनेश कटारा, सक्षम समूह महिला भुरी, पुजी, राधा, बाबरी ,मजुला, सरपंच पाटनवाघरा नंदादेवी पारगी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
सोमवार, 5 दिसंबर 2022
विश्व मृदा दिन मनाने के लिए उठे हजारो हात मृदा मानव जीवन के लिए आवश्यक,
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