बिहार : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने विश्व मृदा दिवस मनाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 5 दिसंबर 2022

बिहार : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने विश्व मृदा दिवस मनाया

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पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 05.12.2022 को “मिट्टी: जहाँ भोजन शुरू होता है” थीम के तहत विश्व मृदा दिवस मनाया गया, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. पी.एस. पाण्डेय, माननीय कुलपति महोदय, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा समस्तीपुर; डॉ. के.एन. सिंह, विभागाध्यक्ष, पूर्वानुमान एवं कृषि प्रणाली मॉडलिंग, भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली; डॉ. तौकीर अहमद, विभागाध्यक्ष, नमूना सर्वेक्षण, भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली; संस्थान के निदेशक महोदय डॉ. आशुतोष उपाध्याय; डॉ. उज्ज्वल कुमार, प्रभागाध्यक्ष, सामाजिक-आर्थिक एवं प्रसार; डॉ. ए.के. चौधरी, प्रभागाध्यक्ष, फसल अनुसंधान; डॉ. शंकर दयाल, प्रभारी प्रभागाध्यक्ष, पशुधन एवं मात्स्यिकी प्रबंधन प्रभाग उपस्थित थे | कार्यक्रम की शुरुआत डॉ.ए.के. सिंह, प्रधान वैज्ञानिक के स्वागत भाषण से शुरू हुई, जिसके बाद संस्थान के निदेशक डॉ. उपाध्याय ने किसानों को पौधों से अच्छी उपज लेने के लिए संतुलित रूप से खाद, पानी, अच्छे बीज के प्रयोग पर बल दिया एवं मृदा स्वास्थ्य को किस तरह लंबे समय तक बनाए रखा जाए, इस विषय पर विस्तृत चर्चा की | डॉ. पी.एस. पाण्डेय, माननीय कुलपति महोदय ने बताया कि समय के साथ साथ खेतों में किसानों द्वारा बहुत अधिक रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाओंके प्रयोग से न सिर्फ मृदा स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा है, बल्कि इस मिट्टी से उपजे अनाजों को खाकर लोग किस प्रकार कैंसर के शिकार हो रहे हैं | डॉ. तौकीर अहमद, विभागाध्यक्ष ने मृदा स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कृषि उपयोग में लाई जा रही नई तकनीकियों जैसे ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि से किसानों को अवगत कराया | कार्यक्रम में लगभग 90 किसानों ने भाग लिया | कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री मनोज सिन्हा, श्री अभिषेक कुमार, श्री प्रेम पाल कुमार, श्री रवि रंजन, श्रीमती नुपुर कुमारी एवं श्री उमेश कुमार मिश्र की अहम भूमिका रही |

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