छौड़ादानो, पूर्वी चंपारण, जन सुराज पदयात्रा के दौरान आज पूर्वी चंपारण के कुदरकट पंचायत के धापहर गांव में जन सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नेताओं ने बिहार को ऐसा बना दिया है कि लोग हिन्दू-मुस्लिम, उम्मीदवार उनकी जाति से है या नहीं, लालू के जंगल राज को वापस नहीं आने देना है इसके लिए गलत उम्मीदवार ही क्यूं ना चुन कर आ जाए और चौथा भाजपा को नहीं आने देना है, इन्हीं आधार पर वोट कर देते हैं। वे शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार, बेहतर भविष्य के लिए वोट नहीं करते हैं। प्रशांत किशोर ने आगे कहा की नीतीश कुमार लालटेन और कमल के बीच लटके हुए हैं। नीतीश का कोई एक निर्णय नहीं होता, वे कभी लालटेन तो कभी कमल की ओर अपना झुकाव बनाए रखते हैं। अपने फायदे के हिसाब से अपना आधार परिवर्तित करते रहते हैं। हर बार मतदान के कुछ दिन पहले आकर लोगों से वादे करते और मतदान के बाद जिले से गायब हो जाते हैं। राज्यों के नेता चुनाव जीतने के बाद हेलीकॉप्टर की सवारी का मजा लेते हैं और यही रवैया वह पुनः दोहराते हैं, लेकिन बिहार में बदलाव के नाम पर एक ईंट भी नहीं बदलते हैं।
शनिवार, 3 दिसंबर 2022

बिहार : लालटेन और कमल के बीच डोल रहे नीतीश कुमार : प्रशांत किशोर
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें