बिहार : रिवर क्रूज टूरिज्म से बिहार में पर्यटन और तीर्थाटन दोनों को बल मिलेगा : अश्विनी चौबे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 15 जनवरी 2023

बिहार : रिवर क्रूज टूरिज्म से बिहार में पर्यटन और तीर्थाटन दोनों को बल मिलेगा : अश्विनी चौबे

Job-creates-in-bihar-by-cruse
बक्सर, 15 जनवरी, दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज-एमवी गंगा विलास के बक्सर पड़ाव के दौरान केंद्रीय उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने क्रूज में मौजूद सैलानियों से मुलाकात की और उनका अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि रिवर क्रूज टूरिज्म से बिहार में पर्यटन एवं तीर्थाटन दोनों को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में बक्सर से लेकर भागलपुर तक चिरांद, पटना, अजगैबीनाथ धाम, विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसे अनेकों पर्यटन स्थल हैं, जिन्हें सैलानी देखेंगे। यह यात्रा मूल रूप से भारत को जानने की यात्रा है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा प्रधानमंत्री के वसुधैव कुटुंबकम के सपने को साकार करने वाली यात्रा है, जिसका मूल ध्येय वाक्य - one earth, one family, one future है। उन्होंने कहा कि रिवर क्रूज टूरिज्म से आने वाले दिनों में बिहार में हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे लोगों का आर्थिक संसाधन भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि रिवर क्रूज टूरिज्म की दिशा में यह शुरूआत है। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में उत्तरोत्तर विकास देखने को मिलेगा।

 

गंगा विलास क्रूज अपनी यात्रा के दूसरे दिन 14 जनवरी की संध्या में बक्सर के बंगला घाट पहुंचा, जहां पर सैलानियों का भव्य स्वागत किया गया। यह गंगा विलास क्रूज का बिहार में पहला पड़ाव है। बक्सर में रात्रि विश्राम के उपरांत सैलानियों ने 15 जनवरी की सुबह बक्सर के प्रसिद्ध राम रेखा घाट का दौरा किया, जहां उन्होंने मकर सक्रांति के मौके पर राम रेखा घाट आए सैकड़ों श्रद्धालुओं को पावन गंगा में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए देखा और अपने कैमरे में कैद किया। इसके बाद सैलानियों को बक्सर स्थित सीता राम उपाध्याय संग्राहलय ले जाया गया, जहां उन्होंने गुप्त काल के सोने के सिक्कों, ऐतिहासिक, सांस्कृितक एवं पुरातात्विक धरोहरों को देखा। इसके बाद सैलानी ई-रिक्शा से वापस गंगा विलास क्रूज पर पहुंचे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बक्सर से आगे की यात्रा के लिए क्रूज में बैठे सैलानियों को विदा किया। मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के पटना स्थित पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) के अधिकारी पवन कुमार सिन्हा, इफ्तेखार आलम, दूरदर्शन के बक्सर संवाददाता पुष्पेंद्र पांडे और आकाशवाणी के बक्सर संवाददाता शशांक शेखर मौजूद थे। साथ ही घाट पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे बक्सर निवासियों ने भी गर्मजोशी के साथ पर्यटकों को विदा किया। बक्सर के बाद गंगा विलास क्रूज का अगला पड़ाव सारण जिले के डोरीगंज में होगा, जहां सैलानी पुरातात्विक स्थल चिरांद का भ्रमण करेंगे। 16 जनवरी की शाम को क्रूज बिहार की राजधानी पहुंचे में पड़ाव डालेगा। पटना में सैलानी गोलघर, संग्रहालय, पटना साहिब गुरूद्वारा का भ्रमण करेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: