बिहार : पैसा दे तो रख लीजिए, लेकिन वोट अपने बच्चों के भविष्य के नाम पर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 11 जनवरी 2023

बिहार : पैसा दे तो रख लीजिए, लेकिन वोट अपने बच्चों के भविष्य के नाम पर

  • जन सुराज पदयात्रा के दौरान तुरकौलिया में प्रशांत किशोर  

Vote-for-bihar
तुरकौलिया, पूर्वी चंपारण, जन सुराज पदयात्रा के 102वें दिन की शुरुआत मोतिहारी स्थित हवाई अड्डा मैदान में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ मोतिहारी हवाई अड्डा मैदान से पदयात्रा के लिए निकले। आज जन सुराज पदयात्रा पूर्वी चंपारण के शंकर सरैया दक्षिणी होते हुए तुरकौलिया प्रखंड के माधोपुर मधुमालत पंचायत के निकट राम जानकी मंदिर में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची। प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 1220 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और शिवहर में उन्होंने 140 किमी से अधिक की पदयात्रा की। पूर्वी चंपारण में अबतक 520 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। दिन भर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 5 आमसभाओं को संबोधित किया और 3 पंचायत, 17 गांव से गुजरते हुए 18.5 किमी की पदयात्रा तय की। इसके साथ ही प्रशांत किशोर स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया।


कोई पैसा दे तो रख लीजिए, लेकिन वोट दीजिए अपने बच्चों के भविष्य के नाम पर

जन सुराज पदयात्रा के दौरान एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप गांववासियों की समस्या अलग-अलग है, तो एक-दूसरे को देखकर वोट क्यों करते हैं? आप अपनी वोट की कीमत क्यों नहीं समझते हैं? आपको मैं दूसरे नेता की तरह मछली खिलाने नहीं आया हूं बल्कि मछली कैसे पकड़ा जाता है वह सिखाने आया हूं। मैं 100 दिनों से पैदल चल रहा हूं और लोगों को हाथ जोड़ कर समझा रहा हूं कि गांधी जी, बाबा साहब आप जनता को अधिकार दिए हैं वोट करने की। वोट उनको दीजिए जो आपके और आपके बच्चों को बेहतर शिक्षा-रोजगार के साधन उपलब्ध कराए। आपको समझ नहीं आ रहा है कि आपके पांच सौ रुपए के कारण आपके डेढ़ लाख का इंदिरा आवास आपको सही समय में नहीं मिला। अगर अगली बार कोई नेता आपको वोट के लिए पैसा दे तो उसे रख लीजिए, लेकिन जब वोट देने जाइए तो अपने बच्चों के भविष्य के नाम पर वोट दे कर आइए। 


आप लोकतंत्र के राजा हैं, नेताओं ने आपको भिखारी बना दिया है

पदयात्रा के दौरान बालगंगा गांव में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता लोकतंत्र में राजा है और आप राजा बनाते हैं। आप पैसे लेकर वोट कर देते हैं, पर आपको अंदाजा नहीं है आपकी इन गलतियों से आपका और आपके बच्चों का कितना नुकसान हो रहा है। आप (जनता) लोकतंत्र में हनुमान हैं, आप अपनी ताकत को भूल गए हैं कि आपके पास ही वो शक्ति है, जिससे राजा बनाया जाता है। आप जिस दिन ठीक से वोट कीजिएगा उस दिन से नेता आपके घर के आगे ऐड़ी रगड़ेंगे, वरना आपको उनके सामने ऐड़ी रगड़ना पड़ेगा। आप नेता से मांगने वाली व्यवस्था को अब छोड़ दीजिए और संकल्प लीजिए कि हमारा बच्चा मजदूर न बने इसके लिए सही लोग को चुनकर लाएं, ये संकल्प लीजिए।

कोई टिप्पणी नहीं: