मधुबनी : सात सूत्रीं मांगों को लेकर दूसरे दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 31 जनवरी 2023

मधुबनी : सात सूत्रीं मांगों को लेकर दूसरे दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी

Unlimited-strike-madhubani
मधुबनी : ऑल इंडिया फूड एण्ड एलाईट वर्कर्स यूनियन के तत्वावधान में बिहार राज्य खाद्य निगम एसएफसी गोदाम में कार्यरत श्रमिकों ने अपनी सात सूत्रीं मांगों को लेकर आज दूसरे दिन भी मधुबनी जिला अंतर्गत सभी 19 प्रखंडों के अनिश्चितकालीन हड़ताल राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत अनाज लोड अनलोडिंग कार्य बाधित हुआ। इस मौके पर जिला प्रतिनिधि सह जयनगर श्रमिक संघ के सरदार प्रदीप कुमार पासवान के नेतृत्व में जयनगर प्रखंड कार्यालय के समीप बिहार खाद्य निगम एसएफसी गोदाम पर कार्यरत दर्जनों की संख्या में श्रमिकों ने अनिश्चितकालीन हङताल पर बैठ गए हैं। मौके पर प्रदीप कुमार पासवान ने बताया कि अपनी मांगों के समर्थन में आज से मधुबनी जिले के सभी 19 प्रखंडों के एसएफसी गोदाम पर कार्यरत सभी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। श्री पासवान ने बताया कि हमारी मांगों में कोरोना काल में श्रम प्रवर्तन विभाग के द्वारा तय न्यूनतम मजदूरी के तहत बकाया राशि एवं एरियर का अविलंब भुगतान किया जाना चाहिए। श्रमिकों को मेडिकल सुविधा एवं गोदाम पर श्रमिकों के लिए बुनियादी सुविधाओं में पीने का पानी शौचालय एवं बिजली का प्रबंध एवं लेवर रुम का निर्माण कराने, ईपीएफ श्रमिकों को दिया जाए एवं अभिकर्ता के द्वारा भय दिखाने पर श्रमिकों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय तय दर प्रति बैग 6.94 एवं 7.36 के बकाया राशि भुगतान किया जाना चाहिए। प्रति गोदाम करी 5 से 7 लाख रुपये श्रमिकों का बकाया है, जिसका भुगतान अविलंब किया जाना चाहिए। निर्धारित दर के बदले श्रमिकों को 4 रुपये प्रति बैग दिया जा रहा है। इस मनमानी को बंद किया जाना चाहिए। बकाया राशि भुगतान नहीं होने के कारण श्रमिकों को परिवार का भरण पोषण करने में परेशानी होती है। इस मौके पर बैसाखी मुखिया, बद्री यादव, योगेन्द्र मुखिया, राम बाबू पासवान, रंजीत दास, शिवा मुखिया, संजीत मुखिया, रामप्रीत मुखिया, राजा मुखिया, गुरुदेव मुखिया समेत अन्य श्रमिक उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं: