बिहार : मूलत गोवा के और पुराने स्वयंसेवक हैं बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 12 फ़रवरी 2023

बिहार : मूलत गोवा के और पुराने स्वयंसेवक हैं बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर

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पटना। हिमाचल प्रदेश के 21 वां राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को बिहार का राज्यपाल बनाया है।बिहार के 41 वां राज्यपाल होंगे.बिहार के वर्तमान राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय का राज्पाल बनाया गया है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राजेंद्र विश्वनाथ को बिहार का नया राज्यपाल बनाने की स्वीकृति दे दी गई है। वहीं मौजूदा राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल बनाया गया है। बिहार के साथ देश के कई अन्य राज्यों के भी राज्यपाल बदले गए हैं। राष्ट्रपति की ओर से नए राज्यपालों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी गई है। बिहार के महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर पणजी , गोवा , पुर्तगाली भारत,सिटिज़नशिप भारत का है।उनका जन्म 23 अप्रैल 1954 (आयु 68) को हुआ है।उनका जीवनसाथी अनघा अर्लेकर है।दोनों के 2 बच्चे है।


अर्लेकर बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं। वह 1989 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। वह 1980 के दशक से गोवा भाजपा के सक्रिय सदस्य रहे हैं। उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया है जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं: महासचिव, भारतीय जनता पार्टी, गोवा प्रदेश। अध्यक्ष, गोवा औद्योगिक विकास निगम। अध्यक्ष, गोवा राज्य अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग वित्तीय विकास निगम। महासचिव, भारतीय जनता पार्टी, गोवा। दक्षिण गोवा अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी। जब मनोहर पर्रिकर को 2014 में केंद्रीय रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था, तो अर्लेकर को अगले मुख्यमंत्री के लिए माना गया था, लेकिन पार्टी ने इसके बजाय लक्ष्मीकांत पारसेकर को अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना।उन्हें गोवा विधान सभा को कागज रहित बनाने का श्रेय दिया जाता है, ऐसा करने वाली वह पहली राज्य विधानसभा है।2015 में कैबिनेट में फेरबदल के दौरान उन्हें पर्यावरण और वन मंत्री नियुक्त किया गया था।6 जुलाई 2021 को उन्हें हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया, जब बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा का राज्यपाल बनाया गया। राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने 13 जुलाई, 2021 को हिमाचल के नए राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। राजेंद्र अर्लेकर गोवा की राजनीति का अहम चेहरा हैं।भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में राजनीतिक सफर शुरू करने वाले अर्लेकर गोवा के विधायक और फिर मंत्री भी रहे हैं। अर्लेकर ने पार्टी को धन्यवाद दिया और कहा कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जहां प्रत्येक सदस्य के काम को मान्यता दी जाती है।  

   

फागु चौहान अब मेघालय के राज्यपाल होंगे।फागू चौहान का कार्यकाल काफी लंबा रहा है।उन्होंने 2019 में राज्य के राज्यपाल के रुप में शपथ लिया था।इस बीच राज्य की राजनीति में बड़ी उठा पटक देखने को मिली।नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़कर महागठबंधन से हाथ मिलाया। इसके साथ ही, विधानसभा चुनाव भी हुए। बता दें कि फागू चौहान बिहार के 40वें राज्यपाल थे।उनका जन्म आजमगढ़ के शेखपुरा में एक जनवरी, 1948 को हुआ था।उनके पिता का नाम खरपत्तु चौहान था। पिछड़ी जाति से आनेवाले फागू चौहान वर्ष 1985 में पहली बार दलित किसान मजदूर पार्टी से घोसी विधानसभा से विधायक बने और यहीं से शुरू हुई उनकी राजनीतिक यात्रा।वो घोसी से लगातार छह बार विधायक रहे। उन्हें उत्तर प्रदेश में पिछड़ी जाती का बड़ा चेहरा माना जाता है।

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