लालू जी सिंगापुर में इलाज करवा रहे हैं, और जनता को सरकारी अस्पताल भी नसीब नहीं
प्रशांत किशोर ने बड़हरिया प्रखंड में एक आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम यहां आपको समझाने आए हैं कि आप हमारे साथ खड़े होने से पहले अपने बच्चों के साथ खड़े होइए। संकल्प लीजिए जाति, धर्म, पांच किलो अनाज, नाली-गली, पर वोट नहीं करेंगे। वोट उसको देंगे जो हमलोगों के बच्चों के लिए पढ़ने की व्यवस्था करे। वोट उसको देंगे जो हमारे बच्चों को रोजगार दे, ताकि बिहार के किसी भी आदमी को बाहर जा कर मजदूरी ना करना पड़े। आपको हुआ है चिनी का रोग और आप चिनी का शरबत घोल कर पी रहे है, हम आपको करेले का जूस पिलाने आए हैं। खड़े हो जाइए और संकल्प लीजिए अपना नहीं तो अपने बच्चों का चेहरा देखिए और अगर आप नहीं सुधरेंगे तो जिस बदहाली में आपका जीवन बिता है इसी बदहाली में आपके बच्चो का जीवन बीतेगा। प्रशांत किशोर ने बिहार की बदहाल स्वास्थ व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि लालू जी बीमार हुए तो इलाज करवाने के लिए सिंगापुर गए हुए हैं और आपके घर में कोई बीमार हो गया है तो कोई दवाई देने वाला भी नहीं है। लालू जी का बेटा अपने बाप की चिंता कर सिंगापुर इलाज के लिए ले गया, तो आपको भी अपने बाबू जी की चिंता करनी चाहिए। अपना चिंता करना सिखिए यही बताने के लिए पदयात्रा कर रहें हैं।
मोदी जी को अपने पद और लालू जी को अपने लड़के की चिंता, लेकिन आपको अपने बच्चों की चिंता ही नहीं
जन सुराज पदयात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आज मोदी जी को अपने पद और लालू जी को अपने लड़के की चिंता है। आज बिहार में किसी को अपने बच्चों की चिंता नहीं हो रही है, वरना आप जात-पात धर्म में नहीं पड़ते। आज आपके घर के लोग बाहर मजदूरी कर रहे हैं। आपके लोग पढ़-लिखकर घर में बैठे हुए हैं, और आपको उसकी चिंता ही नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 9 साल से मोदी जी प्रधानमंत्री बने हुए हैं, अगर पिछले 9 सालों में मोदी जी ने एक भी बैठक किया हो बिहार के विकास और समिक्षा के लिए तो हमें दिखा दीजिए। अगर मोदी जी ने एक भी बैठक की होगी तो कल से मोदी जी का झंडा ले कर चलेंगे। इसके बाद भी आप अगर कमल का बटन दबाते है तो दोष मोदी जी का नहीं आपका है। बिहार की जनता ने 40 में से 39 सांसद जीता कर भेजे। क्या जनता की एक बैठक भर की भी औकात नहीं है। दोष बिहार की जनता में है, यही बताने चले हैं। हाथ जोड़ कर समझा रहे हैं कि अब आपको जागना होगा तब जाकर बिहार का भला होगा।
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