बिहार : सभी लोगों को साथ मिलकर कंधा लगाना पड़ेगा: प्रशांत किशोर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 6 फ़रवरी 2023

बिहार : सभी लोगों को साथ मिलकर कंधा लगाना पड़ेगा: प्रशांत किशोर

Come-togather-for-developed-bihar-pk
जन सुराज पदयात्रा के तहत आज सीवान पहुंचे प्रशांत किशोर ने बड़हरिया प्रखंड अंतर्गत कैलगढ़ पंचायत में लोगों को संबोधित करते हुए जन सुराज पदयात्रा का उद्देश्य बताया। उन्होंने कहा कि हम पैदल इसलिए चल रहे हैं क्योंकि 50 साल पहले भी देश का सबसे पिछड़ा राज्य था बिहार। उस समय जो लड़का था वह जवान हो गया है, जवान आदमी बूढ़ा हो गया है, लेकिन आज भी देश का सबसे पिछड़ा, सबसे गरीब, सबसे ज्यादा अशिक्षित, भुखमरी और बेरोजगारी वाला राज्य बिहार ही है। ये ऐसा पुराना रोग है जो छूट नहीं रहा है। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि वर्षों तक आपने हमने कांग्रेस को वोट दिया। फिर 15 साल हम लोगों ने लालू जी को देखा 17 साल से हम लोगों ने नीतीश कुमार जी को बैठाया है, मोदी जी पर भी दाव लगा कर देख लिया। बिहार और बिहार के बच्चों की दुर्गति नहीं सुधर रही है। प्रशांत किशोर ने पदयात्रा के लक्ष्य के बारे में बताते हुए कहा कि बिहार के हर पंचायत के लिए अगले 10 साल की योजना बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना में हर व्यक्ति को बताया जाएगा कि आपके पंचायत में आपके बच्चों के पढ़ाई के लिए अच्छी व्यवस्था कैसे बनाई जाएगी, किसानों की आमदनी कैसे बढ़ाई जाए, हर पंचायत में पांच सौ से हज़ार नए रोजगार के अवसर कैसे पैदा किए जाएंगे। उन्होंने क्षेत्र की जनता से कहा कि अगर बिहार को गरीबी और बेरोजगारी से बाहर निकालना है तो हर उस आदमी को जिसको अपने भविष्य की चिंता है और नई व्यवस्था बनाने के लिए सहमत है, उन्हें आगे आकर इस लक्ष्य को पाने में कंधा लगाना पड़ेगा।

कोई टिप्पणी नहीं: