जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के हाजीपुर में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आज सिर्फ मजदूर पैदा किया जा रहा है। आज हम बच्चों को पैदा कर मजदूर बना रहे हैं। आज हम जिस बच्चे को पेट काट-काट कर बड़ा कर रहे हैं उन्हें 20 से 22 साल होने भी नहीं दे रहे हैं और दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए भेज दे रहे हैं। बिहार के लड़के आज परदेस में बीमार हो भी जाएं तो भी उनके घर वाले तड़प कर रह जाते हैं पर अपने घर के परिवार को देख नहीं पाते। आज बिहार से बाहर गया लड़का सिर्फ छठ के समय 10 से 15 दिन के लिए अपने घर आते हैं। मजदूरी कर रहे लड़कों से पूछिये की कैसे वो अपना पेट काट के घर पैसा भेजते हैं ताकि उनके घर के बच्चे भूखे न सोये और आप अपना क़ीमती वोट गांव वालों को देखकर किसी दूसरे को सुनकर देते हैं।
गुरुवार, 13 अप्रैल 2023
Home
बिहार
बिहार : लड़के परदेस में बीमार हो भी जाएं तो भी उनके घर वाले तड़प कर रह जाते : प्रशांत किशोर
बिहार : लड़के परदेस में बीमार हो भी जाएं तो भी उनके घर वाले तड़प कर रह जाते : प्रशांत किशोर
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें