गया : बंद पड़े चापाकलों को भी मरम्मत करवाने का निर्देश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 24 अप्रैल 2023

गया : बंद पड़े चापाकलों को भी मरम्मत करवाने का निर्देश

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गया. जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा जल संकट को लेकर विष्णुपद अवस्थित देवघाट एवं गया जी डैम में जल संग्रह करने के लिए किये जा रहे कार्यों का जायजा लिया गया. निरीक्षण के क्रम में देवघाट पर निर्मित पीएचईडी तथा नगर निगम के बने शौचालय, चेजिंग रूम का निरीक्षण करते हुए नगर आयुक्त, गया नगर निगम को सभी शौचालय एवं चेजिंग रूम का सालों भर मेंटेनेंस के उद्देश्य से निविदा करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा की कम से कम दो पालियों में सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति किया जाए ताकि नियमित सफाई किया जा सके.  बंद पड़े चापाकलों को भी मरम्मत करवाने का निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिया की जितने भी पियाउ बंद पड़े हैं, उनका मरम्मती कर जल्द ही चालू करें. साथ ही कार्यपालक अभियंता, बुडको को निर्देश दिया की देवघाट पर कम से कम 3-4 स्थानों पर 5-5 नल का टैप युक्त एक पियाऊ बनाए, जिसमे गंगाजल उपलब्ध कराई जाए. जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया की जितने भी लाइट खराब पड़े हैं, उनका मरम्मती करवाएं. कार्यपालक अभियंता रबड़ डैम को निर्देश दिया कि श्मशान घाट होते हुए देवघाट तथा गजाधर घाट ने टूटे हुए टाइल्स को अभिलंब मरम्मती करवाएं. उन्होंने कहा कि देवघाट तथा आस पास के क्षेत्रों में आवारा पशु ना रहे, इसे सुनिश्चित करेंगे.  देवघाट पर छोटे छोटे बनाये गए पिट (कुंड) में ही तर्पण के पश्चात अवशेष डाले, नदी में अवशेष प्रवाहित ना करें, इसे लेकर जिलाधिकारी ने मंदिर प्रबन्धकारिणी समिति के सदस्यों से अनुरोध किया की जो पिंडदान करने आए उन्हें इर्द गिर्द गंदगी फैलाने से रोके तथा कुंड में ही अवशेष प्रवाहित करने के लिए जानकारी एवं जागरूकता करें.जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि डैम के तल की सफाई इस बारिश के पहले करवाना सुनिश्चित करेंगे. गया जी डैम में ऐतिहासिक कार्य हुआ है, उसमें कुछ टूटे हुए कार्यों को युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. उसमें मुख्य रूप से एक्सेस के समानांतर एक आरसीसी ब्लॉक का कार्य किया जा रहा है. तकनीकी रूप से डैम के स्टोरेज में और बेहतर सकारात्मक असर रहेगा. डैम में पानी स्टोर रहने की क्षमता भी बढ़ जाएगी. इसके साथ ही देवघाट के तरफ से घाट का निर्माण तेजी से करवाया जा रहा है. ताकि अधिक से अधिक तीर्थयात्री पितृपक्ष मेला के दौरान तर्पण कर सकें. और दूसरे तरफ सीता पथ जो माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश के आलोक में सीता पथ का निर्माण हुआ था, जिसमें गया जी डैम से सीधे तौर पर 538 मीटर के आसपास सीता कुंड पड़ता है, इसमें लोग आसानी से आ-जा सकते हैं, इसका भी निर्माण कराया जा रहा है. सीता पथ पर पेवर ब्लॉक तथा उसके नीचे आरसीसी तथा उसके नीचे नाला जो वार्ड नंबर 53 के विपरीत पड़ता है, उस नाला से समुचित निकासी का व्यवस्थित रूप से पानी निकालने के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा प्लान तैयार कर नाला निर्माण करवाया जा रहा है.साथ ही कुछ अन्य कार्यों जो बचे हुए हैं उसे तेजी से 15 जून तक पूर्ण करवाया जा रहा है ताकि हर हाल में बरसात के पहले पानी जमा किया जा सके. उन्होंने कहा कि इस बारिश से पहले सभी कार्यों को पूर्ण करते हुए परमानेंट पानी रखने की व्यवस्था की जा सके. अंत में कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग श्री विकास कुमार ने बताया कि विष्णु भगवान का मूर्ति पश्चिम की ओर 65 फीट ऊंची एवं 15 फीट नीचे पेडेस्टल, नदी तल से ऊपर एक फ्लोर बनाया जाएगा. कुल मिलाकर पेडेस्टल सहित 80 फीट की मूर्ति पंडा समाज द्वारा मांगी गई थी, जिस पर जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग के माध्यम से मूर्ति लगवाने के लिए विभाग को पत्र प्रेषित किया गया है. निरीक्षण के क्रम में नगर आयुक्त, नजारत उप समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, कार्यपालक अभियंता, बुडको, पीएचईडी, रबर डैम सहित संबंधित पदाधिकारी, अभियंता उपस्थित थे.

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