जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार के किसानों की बदहाली पर कहा कि बिहार में किसानों की एक बड़ी समस्या ये है कि किसानों को उनकी फ़सलों का सही दाम नहीं मिल रहा है। बिहार सरकार ने पिछले 10 साल में सिर्फ 13 प्रतिशत धान और 1 प्रतिशत गेहूं ही समर्थन मूल्य पर खरीदा है। बिहार के लोग बात करते हैं कि पंजाब के किसान बहुत धनी है, पिछले 10 साल में पंजाब में 70 प्रतिशत से ज़्यादा गेहूं और धान समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। बिहार में दूसरी फसलों के लिए समर्थन मूल्य पर ख़रीदने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसका आर्थिक आंकलन करने पर पता चलता है कि बिहार के किसानों को उनके फसलों का सही दाम नहीं मिलने की वजह से 20 से 25 हज़ार करोड़ रुपए का नुक़सान हो रहा है। आज के समय में बिहार में धान की फसल की बात करें तो धान का समर्थन मूल्य है, 2 हज़ार 50 रुपए लेकिन किसानों ने 12 सौ से 15 सौ रुपए में बेचा हैं यही वजह है कि पंजाब का किसान अमीर और बिहार का गरीब है।
गुरुवार, 4 मई 2023
बिहार : पंजाब का किसान अमीर है और बिहार का गरीब : प्रशांत किशोर
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