न्यूनतम मजदूरी, केटलशेड के भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार कराने की लड़ाई का संकल्प - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 1 मई 2023

न्यूनतम मजदूरी, केटलशेड के भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार कराने की लड़ाई का संकल्प

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खेरवाड़ा, 1 मई, मई दिवस के अवसर पर संघर्ष में एक दूसरे की लड़ाई में साथ देने, हर खेत को पानी, हर बेरोजगार को सम्मानजनक व स्थाई रोजगार , कुक कम हेल्पर को न्यूनतम मजदूरी, मनरेगा में साल भर काम और 600 रूपये मजदूरी,  26000 रूपये मासिक न्यूनतम मजदूरी, केटलशेड के भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार कराने की लड़ाई का संकल्प लिया गया। ये संकल्प मई दिवस पर आयोजित सभा व जुलूस का समपन करते हुए जनवादी मजदूर यूनियन के संरक्षक डी. एस. पालीवाल ने दिलाया जिसका हाथ उठाकर महिलाओं व पुरूषों ने समर्थन किया। पालीवाल ने कहा कि मजदूरों की मेहनत और जल, जंगल, जमीन और खनिज को लूट कर धनपति अपनी कोठिया भर रहे हैं। किसान को उसकी फसल का पूरा मोल नहीं मिल रहा है।  हर घर में बेरोजगार हैं और सरकारी विभागो, स्कूलों व महाविद्यालयों में पद खाली पड़े हैं तथा युवाओं को संविदा और ठेके पर लगाकर नाम का वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस, सेना और न्यायालय के द्वारा गरीब जनता के हकों को कुचला जा रहा है। पालीवाल ने कहा कि जब तक मेहनतकशों की सत्ता नहीं आती मजदूर , किसान, युवा,  विद्यार्थी और आम जनता का भला नहीं हो सकता।  उन्होंने बताया कि आज देश में जगह- जगह पर जनता और विशेषकर आदिवासी जनता लड़ रही है पर मीडिया उसे नहीं बता रही है। सुबह से ही मजदूर महिलाएं तथा पुरूष पहुचने लगे। सबसे पहले जनवादी मजदूर यूनियन के अध्यक्ष डालचंद मेघवाल ने मई दिवस के बारे में बोलते हुए बताया कि आज मजदूरों से पुनः 12-12 घंटे काम कराया जा रहा है जो सामंती व्यवस्था में कराए जा रहे वेट-बेगार के समान है। छात्रावास संघर्ष समिति के मनोहर लाल ने बताया कि कर्मचारियों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है। सभा में मजदूर किसान हक संगठन के बद्री लाल ने बताया कि भाजपा राज में शुरू हुआ केटल शेड और समतलीकरण का भ्रष्टाचार कांग्रेस राज में साबित होने के बावजूद भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार नहीं कर साबित कर दिया है कि सभी पार्टियों की सत्ता भ्रष्टाचारियो की ही हैं। भ्रष्टाचार विरोधी संघर्ष समिति के कावा राम ने बताया कि भ्रष्टाचारी चुनावबाज लोगों को जाति, धर्म , क्षेत्र और गोत्र के नाम पर फूट डाल रहे हैं। कुक कम हेल्पर संघर्ष समिति के सलाहकार नाना भगत ने बताया कि कुक से वेट-बेगार कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुक कम हेल्परों को 20 - 22 साल काम करते हुए हो गए और धुएं से आंखें खराब हो गई पर आज भी 60 रुपये प्रतिदिन मिल रहें है। भगत ने बताया कि कुछ विद्यालयो में अब काम न होने  का बहाना बनाकर उन्हें काम से हटाने का षड्यंत्र किया जा रहा है।जिसे बर्दास्त नही किया जाएगा। भ्रष्टाचार विरोधी संघर्ष समिति के पोपटलाल ने बताया कि जहां-जहां कमेटी मजबूत है वहां केटलशेड के लाभार्थियों को फायदा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों की गिरफ्तारी तक आन्दोलन चलता रहेगा। सभा की अध्यक्षता करते हुए भंवर मोलात ने कहा है कि मजदूर देश का नेता है और वह लड़ेगा तभी सब का भला होगा। सभा के बाद मजदूरों का खेल मैदान से जुलूस रवाना हुआ। जो बस स्टैंड, मजदूर नाका, सब्जी मंडी, मोचीवाड़ा, बैंक,  पुलिस थाना से होते हुए बस स्टैंड पहुंचकर सभा में बदल गया। जुलूस में  मई दिवस के शहिदों को लाल सलाम। मूल्ला - पंडित और पादरी करते हैं - लुटेरों की चाकरी, अनाज के हर दाने में - हमारा खून पसीना है। दुनिया के हर निर्माण में- हमारा खून पसीना है। धर्म और जाति के नाम पर लड़ाना बंद करो , नफरत फैलाने वालों को जूते मारो सालों को, कमाने वाला खाएगा - लूटने वाला जाएगा। देश की जनता भूखी है- ये आजादी झूठी है।  जब तक भूखा इंसान रहेगा- धरती पर तूफान रहेगा। हर घर में है बेरोजगार - कौन है इसका जिम्मेदार,  दुनिया भर के मेहनतकशो- एक हो,  कांग्रेस-भाजपा सगे भाई - बाकी सब मौसेरे भाई,  अंबानीयो और अड़ानियो की तानाशाही नहीं चलेगी  आदि नारे लगाते हुए सभी मजदूर दो-दो की कतार में चल रहे थे। सभा का संचालन मजदूर किसान हक संगठन के सचिव शांतिलाल डामोर ने किया।

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