- लोगों का आत्मसम्मान मर गया है तभी जब हम नौकरी मांगने जाते हैं तो हमें अनपढ़ और बेवकूफ कहकर 15 हजार की नौकरी के लिए होना पड़ता है जलील: प्रशांत किशोर
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार की आधे से ज्यादा आबादी की पीड़ा यानी बेरोजगारी से उत्पन्न पलायन की समस्या को साझा करते हुए कहा कि आज बिहार के लोगों का आत्मसम्मान मर गया है। आज बिहार के लोग किसी भी राज्यों में पढ़ने के लिए जाते हों या रोजगार के लिए हमें बेवकूफ और अनपढ़ कहकर दूसरे राज्यों के लोग जलील करते हैं और हमें मजबूरी में ये सब सहन करना पड़ता है। बिहार के सारे लोग बेवकूफ नहीं है बिहार के नेताओं की वजह से यहां की व्यवस्थाओं ने हमें बेवकूफ बना दिया है। बिहार तो ज्ञान की भूमि रही है यहां देवताओं को भी आकर ज्ञान लेना पड़ा है। हमारे पूर्वजों ने जिस बिहार को मेहनत से बनाया था जहां दूसरे देश और राज्यों के लोग ज्ञान लेने आते थे। पूरे देश का शासन इसी बिहार पाटलिपुत्र से चलता था। आज हम बिहारियों की दुर्दशा देखिए, जहां हमारे यहां लोग पढ़ने आते थे आज वहीं हम लोग दूसरे राज्यों में पढ़ने जाते हैं और दूसरे राज्य के लोग हमें जलील करते हैं। मैं किसी से वोट नहीं मांगता हूं बस लोगों को समझाने निकला हूं कि हमें समय रहते जागना होगा नहीं तो जिस गरीबी में आज हम बिहार में जी रहे हैं उसी गरीबी में हमारी आने वाली पीढ़ी को जीना पड़ेगा और इसके जिम्मेदार आप होंगे।
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