इस मौके पर पूर्व विधायक श्री पटेल ने कहा कि यह खेल कीचड़ में खेला जाता है और कुबेरेश्वर धाम के सामने इतना कीचड़ है कि इस प्रतियोगिता को आयोजित करने में परेशानी नहीं होगी। कई बार प्रतियोगिता के लिए आयोजकों को कीचड़ मचाना पड़ता है, लेकिन हमें मचामचाया कीचड़ मिल रहा है। जिसे हटाने की जिम्मेदारी सरकार की है, लेकिन वो नहीं हटा रही तो प्रतियोगिता का अयोजन हमारे द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के कारण हमारे क्षेत्र का नाम विश्व भर में रोशन है और यहां पर हर रोज लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्थानीय विधायक करण सिंह वर्मा को चिंता ही नहीं है। खस्ताहाल सडक़ होने के कारण श्रद्धालुओं और क्षेत्रवासियों की पीढ़ा को ध्यान दिलाने के लिए इस तरह का अनूठा प्रदर्शन क्षेत्रवासियों के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधियों को शर्म करना चाहिए कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को यहां पर आकर रोड के निर्माण कराने के लिए कार्य करना पड़ रहा है।
बरसात के दिनों में मालवा के कई क्षेत्रों में कीचड़ में गैड़ी खेल खेला जाता है। इस खेल को लोग मनोरंजन के लिए खेलते हैं। हांलाकि अब इसकी परंपरा विलुप्त होती जा रही है। इस विलुप्त होती परंपरा के जरिए इछावर विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल के नेतृत्व में बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासियों ने गैड़ी पर चलकर तालाब रूपी सडक़ को पार किया। दरअसल कुबेरेश्वर धाम के सामने की रोड पूरी तरह से उखड़ चुकी है। यहां कीचड़ मचा हुआ है। जिससे होकर ग्रामीणों और श्रद्धालुओं को गुजरना पड़ता है। आमजन की इस समस्या को देखते हुए और उनकी बात शासन-प्रशासन तक पहुंचाने की मंशा के साथ शैलेंद्र पटेल यह अनोखा विरोध प्रदर्शन किया है। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि धर्म सिंह मेवाड़ा ने बताया कि लंबे समय से यह रोड खस्ताहाल है, इस रोड की स्वीकृति हो चुकी है, लेकिन इसका निर्माण नहीं हो रहा है, इसमें इतने गड्ढे है कि ग्रामीणों और श्रद्धालुओं को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विरोध प्रदर्शन के दौरान संतोष पटेल, राकेश नेताजी, अजय राजपूत, धर्मेन्द्र सरपंच, बृजेश पटेल, पवन, ओम जलोदिया, ज्ञान सिंह वर्मा, सतीश वर्मा, अमर जीत, देवेन्द्र वर्मा, रिंकू वर्मा, राहुल मालवीय, राजेन्द्र वर्मा, सचिन वर्मा, पिन्टू वर्मा, राम सिंह, राजकुमार जलोदिया, मनीष, राजेन्द्र, प्रेम मालवीय, कृर्ति परमार, दीपक वर्मा, विक्रम वर्मा, जगदीश मेवाड़ा, सागर बाबू, सुनिल मेवाड़ा, दीपक मेवाड़ा, अमर सिंह और श्रीराम आदि शामिल थे।

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