- * पूरा फेल दिख रहा है स्वास्थ्य विभाग
- * पशु चिकित्सक के पास नहीं है दवाएं

मधुबनी, जिले के विभिन्न कई प्रखंड क्षेत्र में लंपी वायरस से किसान परेशान है, कई मवेशी मर चुके हैं। इलाज न होने के कारण दवाई ना होने के कारण किसान के पशु कराह करके अपना दम तोड़ रहे हैं। वही किसानों ने स्वास्थ्य विभाग अंधराठाढ़ी प्रखंड चिकित्सा विभाग के खिलाफ जमकर विरोध किए। नारायण चौपाल ने बताया सरकार सिर्फ डॉक्टर सबको सैलरी सबके लिए भेजे हैं, सिर्फ दिखावा करते हैं। एक सुई लगाने से मेरे मवेशी ठीक नहीं हो सकता है। हमारे प्रखंड क्षेत्र में कई मवेशियों की जान चली गई है, सरकार के पास कोई भी सेवा उपलब्ध नहीं है। डॉक्टर को अगर फोन किया जाता है, तो उन्होंने फोन से ही होम्योपैथिक की दवाई लिखा देते हैं। जो कि वह दवाई भी बहुत महंगा है, और उनसे निजात भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में क्या करें? किसान भगवान भरोसे अपने पशुओं को किसी भी तरह दर्द से कह रहे को भरोसा दे रहे हैं और कर भी क्या सकते हैं। यहां के मजबूर लाचार किसान बिहार में बहार है इसीलिए बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग पूरे ध्वस्त हो चुके हैं। यहां पर अफसरशाही है नीतीश कुमार कितना भी पवित्र हो जाए, लेकिन उनके अफसर अफसरशाही करते रहेंगे। लापरवाही के कारण बहुत से किसान मजदूर सब परेशान है। अब देखना है कि भगवान कब तक इस महामारी से हमारे पशुओं को बचाते हैं। पशु चिकित्सक अधिकारी से दूरभाष पर संपर्क किया, तो साहब ने फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा और नहीं खबर लिखे जाने तक वापस कॉल किया।
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