- संस्थागत प्रसव में वृद्धि का निर्देश देते हुए इसको को लेकर आशावार उपलब्धि की समीक्षा करने का दिया निर्देश।
- सभी अनुमंडल अस्पतालों में भी जल्द से जल्द सी सेक्शन(सिजेरियन) की सुविधा उपलब्ध करवाने का दिया निर्देश।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी विद्यालयों के साथ-साथ सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी बच्चों के पूर्ण रूप से स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से संबद्ध आयुष चिकित्सकों से कोई अन्य कार्य नहीं लिया जाए। ताकि, क्षेत्र स्तर पर बच्चों के स्वास्थ्य जांच का दायरा बढ़ाया जा सके। उन्होंने आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में अधिक से अधिक लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने पर जोर दिया। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य मेले के आयोजन की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर "आयुष्मान भव" के तहत पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसे लक्ष्य के अनुरूप ही पूर्ण किया जाए। जिलाधिकारी ने 21 सितंबर से 16 सितंबर तक आयोजित हुई संघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की भी समीक्षा की और 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक मनाया जाने वाले आगामी संघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए व्यापक निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने सर्वे रजिस्टर अपडेट करने, टेली मेडिसिन, परिवार कल्याण कार्यक्रम के साथ-साथ आशा के रिक्त पदों पर नई आशा का चयन करने तथा कार्य संपादित नहीं करने वाले आशाओं को चयन मुक्त करने की दिशा में कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं। उक्त बैठक में सिविल सर्जन नरेश कुमार भीमसरिया, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डॉक्टर आरके सिंह, जिले के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला स्वास्थ्य समिति के सभी सलाहकार, सभी स्वास्थ्य अधीक्षक व उपाधीक्षक, जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों ने भाग लिया।
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