- न्यूक्लिक के पत्रकारों की गिरफ्तारी पके खिलाफ 'सिटीजंस फोरम' का प्रतिवाद मार्च
सबसे पहले फोरम के संयोजक अनीश अंकुर ने कहा " न्यूक्लिक को पिछले दो तीन सालों में बार बार परेशान किया जा रहा है। पहले ईडी का छापा मारा गया जब कुछ नहीं मिला न्यूजलिक पर यह हमला सिर्फ इस कारण किया गया क्योंकि वह सच दिखता है। यह सच केंद्र में बैठी मोदी सरकार को नागवार गुजरती है। न्यूक्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और एच आर हेड अमित चक्रवर्ती को झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया। चीन का भय दिखाकर अपने अपनी प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाया जा रहा है।" चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता अरुण मिश्रा ने बताया " जबसे मोदी सरकार आई है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और बोलने की आजादी पर पाबंदी लगाई जा रही है। मोदी जी के पी एम केयर फंड में जब चीन से पैसा आता है तब कोई सवाल नहीं उठता लेकिन जब आंदोलन की खबरें कोई अपने वेबसाइट पर दिखाता है तो सत्ताधारियों को परेशानी होने लगती है। " सूर्यकर जितेंद्र ने सभा को संबोधित करते हुए कहा " आज भारत में इमरजेंसी जैसे हालात है जब पत्रकारों और कलमकारों पर हमला किया जा रहा है। " जनगायक प्रमोद यादव ने जनगीत जाए जबकि जनकवि आदित्य कमल ने अपनी कुछ कविताओं का पाठ किया।
सभा में संबोधित करने वालों में प्रमुख थे समाजिक कार्यकर्ता मोना झा, संजय श्याम, कमलेश शर्मा, चक्रवर्ती अशोक प्रियदर्शी, अखिलेश , पटना विश्विद्यालय में इतिहास के प्राध्यापक प्रो सतीश कुमार, रामलला सिंह, रासबिहारी चौधरी आदि प्रमुख थे। प्रतिवाद मार्च बी सभा में शामिल लोगों में थे सर्वोदय शर्मा, मनोज चंद्रवंशी, रंजीत कुमार राय, जयप्रकाश ललन, विश्वजीत कुमार, अजय कुमार, गजनफर नवाब, बिट्टू भारद्वाज, पुष्पेंद्र शुक्ला, अनिल अंशुमन, अमरेंद्र अनल, किसान नेता गोपाल शर्मा , राकेश रंजन, बालगोविंद सिंह, आशीष रंजन झा, गालिब खान , रामलखन, इंद्रजीत कुमार, इमरान खान, गालिब कलीम, संतोष आर्य, लेखक अरुण सिंह, रोहित, नंदकिशोर सिंह, कुलभूषण गोपाल, राजू कुमार, विनीत राय, हरदेव ठाकुर आदि मौजूद थे।

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