वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशंस पर रेड - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 3 अक्टूबर 2023

वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशंस पर रेड

News-click-raid-journalist-arrest
नई दिल्ली. यूएपी एक्ट का फुल फॉर्म Unlawful Activities Prevention Act यानी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम है. इस कानून का मुख्य उद्देश्य आतंकी गतिविधियों पर रोकथाम लगाना है. पुलिस और जांच एजेंसियां इस कानून के तहत ऐसे आतंकियों, अपराधियों और संदिग्धों को चिन्हित करती है, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं. बता दें कि यूएपीए कानून को साल 1967 में लाया गया था. तब से लेकर अब तक इसमें चार बार संशोधन किए जा चुके हैं. 2004, 2008, 2012 और 2019 में इस कानून में बदलाव किए गए.  दिल्ली पुलिस ने मंगलवार 3 अक्टूबर को वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशंस पर रेड की. पुलिस कुछ पत्रकारों को अपने साथ ले गई है. इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश और परंजॉय गुहा ठाकुरता शामिल हैं. सोशल एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर पर भी पुलिस पहुंची. तीस्ता न्यूजक्लिक वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखती रही हैं. हालांकि, पुलिस ने अब तक इस केस से तीस्ता के कनेक्शन के बारे में कुछ नहीं कहा है. तीस्ता को गुजरात दंगों से जुड़े एक केस में सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई को जमानत दी थी.उन्हें पिछले साल 25 जून को गिरफ्तार किया गया था. आज सुबह दिल्ली पुलिस ने समाचार पोर्टल 'न्यूज़क्लिक' से जुड़े परिसरों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है.दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत की है. 5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि न्यूजक्लिक को एक अमेरिकी अरबपति नोवेल रॉय सिंघम ने फाइनेंस किया था। वे चीनी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने के लिए भारत समेत दुनियाभर में संस्थाओं को फंडिंग करते हैं.

      

इस रिपोर्ट के आधार पर 17 अगस्त को न्यूजक्लिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। उर्मिलेश, अभिसार सहित कई पत्रकारों को लम्बे समय तक जेल में रखा जा सकता है. इनके खिलाफ IPC की धारा 153 (ए) (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के साथ-साथ यूएपीए की कई धाराएं (13, 16, 17, 18 और 22) भी लगाई गई हैं.  धारा 16- आतंकी मामलों से जुड़ी, धारा 17- आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग जुटाना, धारा 18- षड्यंत्र की सजा, धारा 22 सी- कंपनियों द्वारा किए गए अपराध की सजा है. न्यूज़क्लिक के लेखक उर्मिलेश  को पुलिस अपने साथ ले गई है. उनके वकील गौरव यादव भी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कार्यालय पहुंचे हैं. वकील ने बताया, 'उर्मिलेश की पत्नी ने मुझे बताया कि उन्हें दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अभी मेरे पास कोई दूसरी जानकारी नहीं है.' ये कार्रवाई 17 अगस्त को UAPA और IPC की अन्य धाराओं के तहत दर्ज मामले पर आधारित है.धारा 153A (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), IPC की धारा 120B (आपराधिक साजिश) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. दोपहर 12 बजे के करीब न्यूज़क्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को भी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कार्यालय लाया गया. न्यूजक्लिक पर आरोप लगे हैं कि संगठन को चीन से फंडिंग मिलती है.


दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के ACP ललित मोहन नेगी खुद दिल्ली के न्यूज़क्लिक कार्यालय पहुंचे थे. न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर आज 30 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई है.  सोशल मीडिया में न्यूज एंकर से यूट्यूबर बने अभिसार शर्मा ने कार्रवाई की जानकारी खुद ट्वीट कर दी है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इससे पहले भी समाचार पोर्टल के वित्त पोषण के स्रोतों की जांच के तहत कंपनी के परिसरों पर छापे मारे थे. विशेष प्रकोष्ठ केंद्रीय एजेंसी से मिली जानकारी के आधार पर छापे मार रहा है. न्यूज क्लिक से जुड़े संजय राजौरा, भाषा सिंह, उर्मिलेश, प्रबीर पुरकायस्थ, अनिंदो चकवर्ती और सोहेल हाशमी के ठिकानों पर भी रेड पड़ी है. पत्रकार नेहा दीक्षित ने इनके नाम लेते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि इनके फोन और लैपटॉप पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है. कुछ को थाने भी ले जाया गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि काफी दस्तावेज़ दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कार्यालय लाए गए हैं. उधर, दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर सियासत भी शुरू हो गई है. राजद सांसद मनोज झा ने कहा, 'गांधी जयंती के ठीक बाद इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और दूर्भावनापूर्ण कार्रवाई नहीं हो सकती... जो लोग आपसे सवाल पूछें, आपकी भजन मंडली में शामिल न हों उनके साथ यह SOP बन गई है... आज की यह कार्रवाई इतिहास में दर्ज होगी... कल बिहार की जातीय सर्वेक्षण की रिपोर्ट आई है, इसके बाद आपकी (BJP) जमीन खिसक रही है इसलिए आपने यह कार्रवाई की.'

कोई टिप्पणी नहीं: