लड़की ही जन्म देती है
लड़की ही सिखाती है
मगर जब निर्णय की बारी आती
फिर लड़की क्यों पराई हो जाती
क्या है इस समाज में?
जहां लड़के को ही पूजा जाता है
जब हो किसी लड़की पर अत्याचार
फिर भी उसको ही कोसा जाता है
लड़की को ही सिखाया जाता है
पराया धन हो, पढ़कर करोगी क्या?
लड़की हो थोड़ा संभलकर चलना
संस्कार की गठरी जीवन भर उठाना
मगर क्यों लड़कों को नहीं सिखाते?
सबको अपनी बहन समझना
किसी लड़की पर अत्याचार मत करना
उसकी आशाओं को मत तोड़ना
तब जाकर अत्याचार होगा बंद
और होगा हर बुराई का अंत
काजल गोस्वामी
कक्षा - 10वीं
गरुड़, उत्तराखंड
(चरखा फीचर)
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