- ज़िला पदाधिकारी एव एसएसपी द्वारा आज विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए
- सरयू घाट इस वर्ष प्रतिबंधित घाट है, वहां कोई आमजन नहीं जाए
पोलटेकनिक घाट निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने रास्ता को समतल बनवाने का निर्देश दिए उन्होंने निर्देश दिया कि छोटे आकार का जेसीबी मशीन लगाकर पूरे जंगल झाड़ को साफ करवा पर्याप्त संख्या में ट्यूबलाइट एवं बल्ब के माध्यम से रोशनी का पुख्ता इंतजाम करें घाट का प्रॉपर साफ सफाई करवाये। इसके उपरांत सीताकुंड घाट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गयाजी डैम के निर्माण होने से फल्गु नदी में काफी पानी एकत्रित है इसे देखते हुए उन्होंने कहा कि स्टील ब्रिज से सीता कुंड जाने वाले पैदल पाथवे होते हुए पंचदेव घाट तक पूरी मजबूती से बेरिकेडिंग करवाये ताकि एक सीमित पानी के बाद कोई गहरा पानी की ओर नदी में न जा सकें। उन्होंने कहा कि बेरिकेडिंग के ऊपर लाल रंग का झंडा का भी लगावे ताकि लोगों को महसूस हो सकेगी बैरी कटिंग के बाद गहरा पानी है। उन्होंने निर्देश दिया कि पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, कंट्रोल रूम, चेंजिंग रूम, सीसीटीवी कैमरा सहित अन्य व्यवस्थाएं सभी घाटों पर रखें। उन्होंने नगर आयुक्त गया नगर निगम को निर्देश दिया कि नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत जितने भी छठ घाट हैं। सभी छठ घाटों में साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था रखें। इसी प्रकार देवघाट के तरफ भी सभी तैयारियां रखे। एनडीआरएफ एव गोताखोर की टीम नाव सहित लगातार मूवमेंट में रहे, इसे सुनिश्चित करवाये। सूर्यकुंड तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने गया नगर निगम को मजबूती से बेरिकेडिंग करने एवं तालाब के चारों ओर जमी काई को हटाने का निर्देश दिया साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि सूर्य कुंड के चारों तरफ पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था कराएं। चेंजिंग रूम अस्थाई, पी ए सिस्टम, सीसीटीवी अधिष्ठापन कंट्रोल रूम का निर्माण करने सहित अन्य आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने आश्वस्त कराया कि किसी भी हाल में कोई भी छठ व्रती वेरिकेटिंग के बाहर पूजा ना करें, यह ध्यान दें। सूर्यकुंड घाट के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि वर्तमान में सूर्य कुंड में लगभग 27 फीट गहरा पानी है। जिला पदाधिकारी ने सूर्य कुंड पानी एवं सूर्य कुंड से निकलने वाले विभिन्न रास्तों के बारे में विस्तार से जानकारी लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि एंट्री एवं एग्जिट रास्ता सेपरेट रखें। उन्होंने प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा शाखा को निर्देश दिया कि नाव सहित एसडीआरएफ की टीम सूर्यकुंड में उपलब्ध करवाना सुनिश्चित रखें। सूर्य कुंड घाट में आने वाले सभी रास्तों को चलंत बनाएं यदि कहीं भी रास्ता खराब है तो उसे तुरंत स्मूथ बनाएं। सभी रास्तों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखें। इसके साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें अभी से ही रूट लाइन तैयार कर ले। स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि संध्या अर्घ के समय सबसे ज्यादा भीड़ सूर्य कुंड में ही होता है। इसे देखते हुए जिला पदाधिकारी ने सभी व्यापक व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बिजली के जर्जर तार या लटकी हुई तारों को तुरंत ठीक करावे।
जिला पदाधिकारी ने आम जनों से अपील किया है कि सूर्य कुंड में अत्यधिक भीड़ को देखते हुए संध्या अर्घ्य देने वाले छठ व्रती दोपहर 2:00 ही आकर अपना स्थान ग्रहण कर ले। एकाएक शाम में न आवे। सूर्यकुंड में क्षमता से अधिक वीर होने पर उसे देवघाट में डाइवर्ट किया जाएगा। सूर्यकुंड उतरने वाले सीढ़ियों के समीप एक जर्जर कमरा को छठ पर्व के पहले तोड़वाने का निर्देश दिए हैं ताकि कोई भी हताहत नहीं हो सके। इसके उपरांत पिता महेश्वर छठ घाट का निरीक्षण किया गया उन्होंने निर्देश दिया कि छठ व्रतियों के जनसैलाब को पिता महेश्वर घाट आने में कोई समस्या ना हो इसे देखा डिवाइडर लगाते हुए आने एवं जाने वाले छठ व्रतियों का रास्ता को सेपरेट रखें। केंदुई घाट तथा पिता महेश्वर घाट में बड़ी भीड़ होने की संभावना है। इसे लेकर पी एस सिस्टम, कंट्रोल रूम, सीसीटीवी तथा वॉच टावर को पूरी अच्छी तरह से पालन करावे। निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर तथा नगर पुलिस उपाधीक्षक को निर्देश दिया कि सभी छठ घाट पर पटाखा फोड़ना पूरी तरह प्रतिबंधित है, सभी आयोजक समिति एव प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एव पुलिस पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करवाये। निरीक्षण के क्रम में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, सहायक समाहर्ता, एसडीओ सदर, टाउन डीएसपी, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी, ज़िला आपदा पदाधिकारी, ज़िला खनन पदाधिकारी, जन सम्पर्क पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता बिजली/ पीएचईडी, पुलिस उपाधीक्षक यातायात, उप नगर आयुक्त गया नगर निगम, बीटीएमसी के सदस्य सहित अन्य पदाधिकारी एव स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ साथ आयोजक समिति के सदस्य मौजूद थे।
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