![Christmus-arrival-bihar](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhO6uZEgZNEPrdq3b3gVlAa1WoH7O-8lZCTATHxa1NC3OJu98UWDOCF8XVk_4u85dWfg0VIUrq5c5KqxDhsuQ0jmgKnTg2AF0cvrZiuB-V8nfFLgiR56nl8LYgKRiQHALChYjk5DwVj_nlDCxSw-tZ5VNAMSi9s70UMAd-eo0UZq8910khIOP76hbubbBhW/w320-h320/WhatsApp%20Image%202023-12-14%20at%2018.07.34_5c16aeb5.jpg)
बक्सर. देश और दुनिया में क्रिसमस ने दस्तक दे दी है. हर जगह इसको लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इस मौके पर हर किसी को सांता के आने का इंतजार है. बच्चों के साथ बड़ों को भी बड़ी बेसर्बी से इस दिन का इंतजार है. ऐसे में हम आपको भारत के कुछ खास चर्च के बारे में बता रहे हैं. इन सभी की अपनी खासियत है. बालक येसु का धरती पर आने का बेसब्री ईसाई समुदाय इंतजार कर रहे है.बालक येसु का जन्म दिन का पर्व 25 दिसंबर को है.इसे धर्मावलम्बी क्रिसमस,बड़ा दिन कहकर पर्व मनाते हैं.अब तो क्रिसमस वैश्विक हो गया है.हर धर्म के लोग क्रिसमस मनाते है.शहर के होटलों व पर्यटन स्थल को बेहतर ढंग से तैयार किया जाता है.इसी तरह की तैयारी बक्सर धर्मप्रांत में हो रही है.बक्सर धर्मप्रांत के बिशप डॉ जेम्स शेखर का बिशप के रूप में प्रथम क्रिसमस पर्व है. फिलवक्त क्रिसमस की तैयारी जोरशोर से शाहपुर पल्ली में भी जारी है.इस पल्ली के गांवों में कैरोल गाना शुरू कर दिया गया.यहां के पल्ली पुरोहित फादर भास्कर बोच्चा के नेतृत्व में सर्वश्री मास्टर विश्वनाथ, समीर, शैलेश,दिवांशु कुमार के साथ सिस्टर रचना, श्रीमती पूनम शिक्षिका, कुमारी रेशमा और कुमारी अंजनी कैरोल टीम का हिस्सा है.सभी लोग बालक येसु के आगमन के बारे में जानकारी दे रहे. कैरोल टीम ने संसार के मुक्तिदाता बालक येसु को अपने घरों में और अपने लोगों के बीच पाकर प्रसन्न हो रहे है. पहली आगमन मोमबत्ती (‘पैगंबर की मोमबत्ती‘) बैंगनी है और आशा का प्रतिनिधित्व करती है दूसरी आगमन मोमबत्ती (‘द बेथलहम कैंडल‘) भी बैंगनी है और शांति का प्रतिनिधित्व करती है. कुछ परंपराओं में, दूसरी मोमबत्ती और चौथी मोमबत्ती (‘एंजेल की मोमबत्ती,‘ प्यार का प्रतिनिधित्व करती है) को आपस में बदला जा सकता है. शांति आगमन सीज़न का एक केंद्रीय विषय है लेकिन आगमन के दूसरे सप्ताह का मुख्य फोकस है. येसु के बारे में भविष्यवाणियों में से एक उसे:शांति का राजकुमार‘कहती है. जब स्वर्गदूत चरवाहों को दिखाई दिए, तो उन्होंने यह कहकर अपना संदेश समाप्त किया, ‘सर्वाेच्च स्वर्ग में परमेश्वर की महिमा, और पृथ्वी पर उन लोगों को शांति मिले जिन पर उसका अनुग्रह है‘.
आगमन सप्ताह 2 प्रार्थना
वार्षिक क्रिसमस परंपरा का पालन करने का एक फायदा यह है कि यह जानबूझकर हमें बाइबल के विषयों के बारे में सोचने के लिए समय और स्थान देता है जिनके बारे में हम हमेशा नहीं सोचते हैं. यह उस विषय के बारे में बाइबल की आयतें पढ़ने और विषय पर प्रार्थना करने का समय भी प्रस्तुत करता है. यहां शांति के बारे में एक आगमन प्रार्थना है जिसका उपयोग आप अभी से शुरू कर सकते हैं. प्रभु येसु, हम सभी शांति के बिना जीने के लिए प्रलोभित हैं. हमारे लिए यह याद रखना कठिन है कि हमारी शांति अंततः आपके बच्चों की तरह आस्तिक के रूप में हमारी स्थिति में पाई जाती है. हमें उस समय को देखने में मदद करें जब हम शांति के बिना रह रहे थे और हमारे अपराधों के लिए हमें क्षमा करें. हमारा मन आप पर केन्द्रित करें, कि हम स्मरण रखें कि आप शान्ति के राजकुमार हैं, और हमारी सुरक्षा केवल आप ही से है. हमें सिखाएं कि यह शांति आंतरिक है, शाश्वत है, और हमारी परिस्थितियों की परवाह किए बिना मौजूद रह सकती है. आप जिस भी तरीके को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं, हमें हर दिन उस शांति में रहना सिखाएं. हम आपके पवित्र नाम में यह मांगते हैं, आमीन.
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