लदनियां/मधुबनी, जिले के लदनियां प्रखंड क्षेत्र के कुमरखत पूर्वी पंचायत के दोनवारी गांव निवासी पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष स्व. देवनारायण यादव की 21वीं पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक उनके जन्मस्थल पर मनाई गई। कार्यक्रम उनके नाति बिरेंद्र कुमार यादव की अध्यक्षता में किया गया। यहां उपस्थित राजनीति कार्यकर्ता एवं ग्रामीण ने दो मिनट का मौन रखने के बाद उनके तैलचित्र पर पुष्पांजली अर्पित की। इस कार्यक्रम का संचालन ओमप्रकाश कुमार ने किया। मौके पर पूर्व पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव ने अपने संस्मरणात्मक वक्तव्य में कहा कि वे केवल राजनीतिक जीवन में केवल सत्ता के कई आयाम को ही नहीं छुआ, वल्कि शिक्षा के लिए आजीवन प्रतिबद्ध दिखें। इनके नाति बिरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि वे सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा को अनिवार्य मानते रहे। वहीं, राजद के वरिष्ठ नेता गोपाल कृष्ण यादव ने कहा कि उन्हें जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय में दो महाविद्यालय स्थापित कर कालेज की बेहतरी के लिए हमेशा अथक प्रयास रत रहे। वहीं, ओम कुमार ने कहा कि उन्होंने सरकार के विभाग जो उनके जिम्मे था, त्याग भावना से लोगों एवं शिक्षा के क्षेत्र में काम किया था। वहीं, राकेश कुमार यादव ने कहा कि वे बेहतर शासन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के पक्षधर थे। मौके पर अरविंद कुमार यादव, पूर्व वार्ड सदस्य नंद किशोर कामत एवं मनतोश कुमार ने कहा कि आज के सामाजिक परिप्रेक्ष्य में इनकी सोच की प्रासांगिकता सिद्ध हो रही है। वे शिक्षानुरागी, विद्वान व इमानदार राज नेता थे। अपनी शिक्षानुरागिता के कारण ही उन्होंने सुदूर देहाती इलाकों में भी कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना कराई थी। कार्यक्रम में शामिल सभी नेताओं एवं ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से उनके जन्म स्थल पर स्व. देवनारायण यादव की आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग की। इस मौके पर पूर्व पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव, पूर्व वार्ड सदस्य नंनद किशोर कामत, बिरेंद्र कुमार यादव, गोपाल कृष्ण यादव, ओमप्रकाश कुमार यादव, राकेश कुमार यादव, अरविंद कुमार, राम परीक्षण सिंह, सुरेन्द्र प्रसाद, राम नाथ मंडल समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे।
मंगलवार, 5 मार्च 2024
मधुबनी : पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष स्व. देवनारायण यादव की 21वीं पुण्यतिथि
Tags
# बिहार
# मधुबनी
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
मधुबनी
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें