पटना : मोदी जी को बिहार में वोट कौन दे रहा है? - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 27 अप्रैल 2024

पटना : मोदी जी को बिहार में वोट कौन दे रहा है?

  • बिहार के 18 प्रतिशत मुसलमान असदुद्दीन ओवैसी को वोट न देते अगर वोट जातिवाद के नाम पर ही पड़ता, लालू यादव को देकर अपनी जिंदगी खराब क्यों करते? : प्रशांत किशोर

Prashant-kishore-jan-suraj
पटना: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जातिवाद पर तंज करते हुए कहा कि मोदी जी को वोट पड़ा है न बिहार में? अगर पड़ा है तो वो कौन लोग हैं जो कहते हैं कि बिहार में वोट जातिवाद पर पड़ता है। मुझे कोई बताए कि मधेपुरा और बिहार में मोदी जी के जाती के कितने लोग रहते हैं? अगर किसी को लगता है कि हर आदमी जाती के नाम पर ही वोट करता है तो मोदी जी को बिहार में वोट कौन दे रहा है? बिहार में काफी लोग कह रहे हैं कि हिन्दू-मुसलमान के नाम पर वोट मिल रहा है। तो कोई मुझे बताये कि बिहार में 18 प्रतिशत वोट मुसलामानों की है तो वो अपना वोट असदुद्दीन ओवैसी को न देकर लालू प्रसाद यादव को क्यों दे रहे हैं? मुसलमान, लालू जी को वोट दे रहे हैं असदुद्दीन ओवैसी को क्यों नहीं दे रहे हैं? लालू जी तो मुसलमानों के जाती के भी नहीं हैं। जाती धर्म पर वोट पूरे बिहार में भी पड़ता है और दुनिया में भी पड़ता है। बिहार के होने के नाते मैं बिन मांगी सुझाव दे देता हूं। बिहार के लोगों को बाहर में नीचा दिखाने के लिए आपके और हमारे दिमाग में जातिवाद का जहर घोल दिया है कि बिहार इसलिए पिछड़ा है कि यहां पर जाति बहुत है। अगर आप गुजरात, कर्नाटक जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि वहां भी जातिवाद उतनी है जितनी बिहार में है। गुजरात और आंध्र प्रदेश में लोगों को जातिवाद को कुछ कहते देखा है? हम बिहार में मजदूर गरीब-पिछड़े हैं इसलिए हमें जातिवाद बताया जा रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं: