सीहोर : जैसी हमारी सोच होगी वैसी ही हमारी दृष्टि होगी : उद्धवदास जी महाराज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 18 अप्रैल 2024

सीहोर : जैसी हमारी सोच होगी वैसी ही हमारी दृष्टि होगी : उद्धवदास जी महाराज

  • विश्वनाथ पुरी में संगीतमयी नौ दिवसीय श्री रामकथा का पांचवा दिन

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सीहोर,। जब भगवान श्री राम धनुष भ्ंाग करने के लिए गुरू आज्ञा से उठे तब धनुष यज्ञ में उपस्थित हजारों लोगों ने उन्हें अपनी-अपनी सोच और दृष्टि के अनुसार देखा और भगवान उन्हें वैसे दिखे भी। किसी ने उन्हें अपने मित्र के रूप में देखा तो किसी ने राजा के रूप में देखा किसी ने उन्हें पुत्र रूप में देखा तो किसी ने उन्हें शत्रु रूप में देखा। जिसकी जैसी सोच थी वैसी ही उसकी भावना बनी और उसी के अनुसार भगवान का रूप दिखाई दिया। जैसी हमारी सोच होती है वैसी ही हमारी दृष्टि बन जाती है और जैसी हमारी दृष्टि बन जाती है वैसी ही सृष्टि भी हो जाती है।


उक्त आषय के उदगार सुप्रसिद्ध श्री रामकथा वाचक श्रीश्री 1008 महंत श्री उद्धवदास जी त्यागी महाराज श्रीराम कुटी आश्रम सीहोर ने शहर के सीवन स्काई सिटी के नजदीक विष्वनाथपुरी में स्थित प्रसिद्ध श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर शनिवार से नौ दिवसीय संगीतमयी श्री रामकथा के पांचवे दिवस बडी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को रामरस में सराबोर करते हुए व्यक्त किए। महाराजश्री ने कहा मंत्र बहुत छोटे स्वरूप का होता है किन्तु उसमें भगवान को भी बुलाने की सामथ्र्य रहती है जैसे अंकुष देखने में छोटा होता है किन्तु उससे हाथी भी वष में रहता है इसलिए भगवान ने किषोर अवस्था में ही सारी लीलाएं की और उन्हें देखकर सभी को लगता था कि ये किषोर हैं, सुकुमार हैं राक्षसों का वध कैसे कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि आजकल दिखावे का जमाना चल रहा है लोग धर्म-कर्म करते कम है पर उसका दिखावा ज्यादा करते हैं, धर्म और कर्म का दिखावा करने से उसके पुण्य प्रभाव में कमी आ जाती है। जब ऐसे लोगों को दिखावा न करने की सलाह दी जाती है तो उनका कुतर्क होता है कि वे लोगों को प्रेरित कर रहे है जबकि वे अपना प्रचार कर रहे होते हैं। जबकि पूजा-पाठ, धर्म और पुण्य तभी फलीभूत होते है जब वे गुप्त रूप से बिना किसी दिखावे या प्रचार के किए जाएं। अपनी सुमधुर वाणी में महाराज जी ने कई भजन सुनाए जिन्हें सुनकर सभी श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। महाराज श्री के साथ संगीत टीम में सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री विषाल व्यास, सहित उनके संगीतज्ञ साथीगण विजेन्द्र मेवाडा, कमलेष, सचिन एवं शुभम नायक ने श्रीराम कथा के दौरान अपने हुनर से श्रद्धालुओं को आनंदित किया। आज कथा में भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह स्वयंवर का प्रसंग वर्णित हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने पूरी श्रद्धा के साथ भगवान की बारात और विवाह का नृत्य कर भरपूर आनंद लिया।


उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी गत 13 अप्रैल शनिवार से 21 अप्रैल रविवार तक प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से 11 बजे तक नौ दिवसीय श्री रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा में शहर श्री उद्धवदास जी त्यागी महाराज श्रीराम कुटी त्यागी आश्रम सीहोर द्वारा सभी भगवत जनों को रामकथा की रसास्वादन कराया जा रहा है। कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष पद श्री अमित नीखरा मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री अनारसिंह चैहान, संरक्षक श्री कमलसिंह ठाकुर, पं. ओमप्रकाष शर्मा, एमएस परमार, मुकेष भावसार, इन्द्रजीतसिंह, महेन्द्रसिंह चैहान, गोपालदास अग्रवाल, भानुप्रसाद गौर, राहुल वर्मा, कथा आयोजन समिति के उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर, संतोष परमार, सुमित गिरोेंदिया, सचिव मोहब्बतसिंह तोमर, कोषाध्यक्ष किषन राठौर, आनंद अग्रवाल, शुभम मालवीय, मुकेष प्रजापति ,मनोज दुबे, नीरज ठाकुर, संतोष दरबार आदि अनेक समिति सदस्यों ने सभी धर्मप्रेमी जनों से अधिक से अधिक संख्या में श्रीराम कथा में सम्मिलित होकर धर्मलाभ प्राप्त करने की अपील की है। कथा समापन के अगले दिन श्री हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर में अखंड रामायण का पाठ भी किया जाएगा जो 22 अप्रैल को प्रातः प्रारंभ होगा एवं 23 अप्रैल को समापन पष्चात हवन किया जाएगा। इसके साथ ही सायंकाल विषाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।

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