- एकादश कुंडीय श्रीराम महायज्ञ प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का शुभारंभ के अवसर पर ग्राम चंदेरी में निकली गई कलश यात्रा
मंगलवार से आरंभ हुई कथा के पहले दिन कथा व्यास पंडित देवेन्द्र शास्त्री ने कहा कि श्रीराम कथा कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल माध्यम है। भगवान की कथा सौभाग्यशाली लोगों को मिलती है। रामकथा कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल साधन है, जो कानों के माध्यम से व्यक्ति के मन में प्रवेश करती है। इससे भगवान की छवि मन में बैठ जाती है और भगवत दर्शन की लालसा पैदा करती है। इसी लालसा से ही रास्ता निकाला जाता है। ईश्वर ने मानव जीवन दिया है। इसको धर्म के कार्य में लगाना चाहिए। गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने ईश्वर की प्राप्ति के लिए सतगुरु की आवश्यकता बताई है। गुरु खोजे नहीं जाते, गुरु का दर्शन किया जाता है। उन्होंने राम नाम की महिमा बताते हुए कहा कि कलयुग में योग, यज्ञ, जप, तप, व्रत, पूजा जैसे साधना के कठिन मार्ग संभव नहीं है। केवल भगवान के नाम का सुमिरन ही भवसागर से पार कर सकता है। भगवान के सहस्त्रनाम हैं और कोई भी नाम जपा जा सकता है।
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