सीहोर : श्रीराम कथा कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल माध्यम है : पंडित देवेन्द्र कुमार शास्त्री - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 9 अप्रैल 2024

सीहोर : श्रीराम कथा कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल माध्यम है : पंडित देवेन्द्र कुमार शास्त्री

  • एकादश कुंडीय श्रीराम महायज्ञ प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का शुभारंभ के अवसर पर ग्राम चंदेरी में निकली गई कलश यात्रा

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सीहोर। मंगलवार सनातन धर्म के  नव वर्ष के प्रथम दिन ग्राम नई चंदेरी में पंडित दुर्गा प्रसाद कटारे के सानिध्य में ग्राम वासियों ने विशाल कलश यात्रा निकाली। नवीन राममंदिर से आरंभ हुई इस यात्रा में बड़ी संख्या में ग्राम नई और  पुरानी चंदेरी के श्रद्धालुओं ने सिर पर कलश धारण कर महिलाएं शामिल हुईं। यात्रा यज्ञ स्थल के समीप बनाए गए राम कथा मंच तक पहुंची, जहां आज से ही नौ दिवसीय श्रीराम कथा आरंभ हुई। सुबह से ही चंदेरी सहित आस-पास के क्षेत्र में उत्साह का वातावरण था। पूरा क्षेत्र धर्ममय हो गया है। मौसम खराब होने के बाद भी श्रद्धालुओं में उत्साह है। श्रीराम कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ किया गया था।


मंगलवार से आरंभ हुई कथा के पहले दिन कथा व्यास पंडित देवेन्द्र शास्त्री ने कहा कि श्रीराम कथा कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल माध्यम है। भगवान की कथा सौभाग्यशाली लोगों को मिलती है। रामकथा कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल साधन है, जो कानों के माध्यम से व्यक्ति के मन में प्रवेश करती है। इससे भगवान की छवि मन में बैठ जाती है और भगवत दर्शन की लालसा पैदा करती है। इसी लालसा से ही रास्ता निकाला जाता है। ईश्वर ने मानव जीवन दिया है। इसको धर्म के कार्य में लगाना चाहिए।  गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने ईश्वर की प्राप्ति के लिए सतगुरु की आवश्यकता बताई है। गुरु खोजे नहीं जाते, गुरु का दर्शन किया जाता है। उन्होंने राम नाम की महिमा बताते हुए कहा कि कलयुग में योग, यज्ञ, जप, तप, व्रत, पूजा जैसे साधना के कठिन मार्ग संभव नहीं है। केवल भगवान के नाम का सुमिरन ही भवसागर से पार कर सकता है। भगवान के सहस्त्रनाम हैं और कोई भी नाम जपा जा सकता है। 

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